नई दिल्ली: जब भी किसी स्कीम में अच्छे रिटर्न की बात आती है तो हम बैंकों का रुख करते हैं। बैंकों की कई ऐसी स्कीम हैं जिनमें अच्छे रिटर्न की गारंटी रहती है। इनमें फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) से लेकर NPS, PPF, SCSS, SSY आदि शामिल हैं। काफी लोग इन स्कीम में निवेश भी करते हैं। ज्यादातार निवेश लॉन्ग टर्म के लिए होता है ताकि वे अपने और परिवार की आर्थिक जिम्मेदारियों को उठाने के लिए तैयार रहें। आपको जानकर आश्चर्य होगा कि आपने अपने पैसे को एक साल के लिए बैंक की किसी स्कीम में निवेश करके जितना रिटर्न लिया है, उससे कहीं ज्यादा रिटर्न इन बैंकों के शेयर ने दिया है। शेयर में सबसे ज्यादा रिटर्न देने के मामले में सरकारी बैंकों ने प्राइवेट बैंकों को पीछे छोड़ दिया है।
अब जानें बैंकों के शेयर से मिले रिटर्न के बारे में
SBI: देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) के शेयर ने एक साल में करीब 42 फीसदी रिटर्न दिया है। अभी इसके एक शेयर की कीमत 816 रुपये है।
PNB: देश के दूसरे सबसे बड़े सरकारी बैंक ने भी निवेशकों की मौज कर दी है। एक साल में इसने करीब 72 फीसदी रिटर्न दिया है। अभी इसके एक शेयर की कीमत 116.14 रुपये है।
HDFC: देश के सबसे बड़े प्राइवेट बैंक एचडीएफसी के शेयरों में निवेशकों को निराश किया है। इसने एक साल में करीब 3 फीसदी ही रिटर्न दिया है। यह सेविंग्स अकाउंट में जमा रकम पर मिलने वाले रिटर्न के मुकाबले काफी कम है।
ICICI: एक साल में रिटर्न के मामले में इस बैंक की स्थिति सरकारी बैंकों के मुकाबले काफी पीछे, लेकिन एचडीएफसी से काफी आगे है। इसने एक साल में करीब 27 फीसदी रिटर्न दिया है।
कितना होता फायदा?
अगर आपने एक साल पहले किसी एफडी में एक लाख रुपये निवेश किए होते तो सालाना 6.5 फीसदी रिटर्न के हिसाब से एक साल में 1,06,660 रुपये मिलते। यानी आपको 6660 रुपये का फायदा होता। वहीं अगर आपने एक साल पहले एसबीआई के एक लाख रुपये के शेयर खरीदे होते तो यह रकम बढ़कर 1.42 लाख रुपये हो चुकी होती। यानी आपको 42 हजार रुपये का फायदा होता। वहीं पीएनबी में एक साल में एक लाख का निवेश 1.72 लाख रुपये हो जाता। यहां आपको एक साल में 72 हजार रुपये का फायदा होता।लेकिन रिस्क भी है
ज्यादातार बैंकों की स्कीम में कम रिटर्न बेशक मिलता है, लेकिन वह सेफ होता है। उसमें मार्केट के उतार-चढ़ाव का असर नहीं होता। वहीं शेयर मार्केट में निवेश काफी जोखिमभरा होता है। इसमें निवेश की हुई रकम पर फायदा ही होगा, यह कहना मुश्किल होता है।