-गृहमंत्रालय ने वापस लिया अपना निर्णय
नई दिल्ली । कोरोना संकट के बीच देश में शुरू हुए आत्मनिर्भर भारत अभियान और वोकल फॉर लोकल के बाद देसी उत्पादों को लेकर चर्चा शुरू हो गई है। इसी चर्चा के दौरान केंद्रीय पुलिस कल्याण भंडार के एक अधिकारी ने सीएपीएफ कैंटीन के 1000 गैर स्वदेशी उत्पाद की लिस्ट जारी की, जिनपर रोक लगाने को कहा। लेकिन बाद में गृह मंत्रालय ने इस सूची को वापस ले लिया है। गृह मंत्रालय ने अपने उस आदेश पर रोक लगा दी है जिसमें उसने कैंटीन में विदेशी उत्पादों पर रोक लगाई थी। गृहमंत्रालय ने कहा कि जल्दी ही एक दूसरी सूची जारी की जाएगी। मई 29 को जारी किए गए एक ऑर्डर में लिखा गया था कि इन 1026 उत्पादों को अब केंद्रीय पुलिस कल्याण भंडार यानी सीएपीएफ की कैंटीन में नहीं बेचा जाएगा। सोमवार से इन प्रोडक्ट की बिक्री पर रोक लगेगी, क्योंकि ये स्वदेशी प्रोडक्ट नहीं हैं। लेकिन गृह मंत्रालय ने इस आदेश को वापस लिया, क्योंकि लिस्ट में कई ऐसे प्रोडक्ट का भी नाम था जो मेड इन इंडिया हैं।
जो आधिकारिक ऑर्डर निकाला गया था, उसमें डाबर, वीआईपी, यूरेका फॉर्ब्स, एचयूएल, नेस्ले जैसी कंपनियों के नाम थे। गौरतलब है कि 13 मई को आदेश जारी किया गया था कि अब सीएपीएफ की सभी 1700 कैंटीन में स्वदेशी प्रोडक्ट का इस्तेमाल किया गया था, ताकि आत्मनिर्भर भारत और वोकल फॉर लोकल अभियान को आगे बढ़ाया जा सके। ऑर्डर में लिखा गया था कि जो भी प्रोडक्ट इम्पोर्ट किए गए हैं, उनकी बिक्री को रोक दिया जाएगा। लेकिन साथ ही में इसपर भी ध्यान दिया गया कि लॉकडाउन होने के कारण अभी जो कैंटीन में काफी प्रोडक्ट हैं, उन्हें वापस नहीं किया जा सकता है।