मॉस्को । अफगानिस्तान में तालिबान की बढ़ती ताकत से न केवल पड़ोसी देश बल्कि रूस भी चौकन्ना हो गया है। मध्य एशिया में शांति और स्थिरता को बढ़ते खतरों को देखते हुए रूस ने टैंक, इन्फ्रेंट्री फाइटिंग व्हीकल सहित कई सैन्य उपकरणों को ताजिकिस्तान-अफगानिस्तान सीमा पर तैनात कर दिया है। रूस और तजाकिस्तान आने वाले समय में अफगानिस्तान से लगी सीमा पर संयुक्त सैन्य अभ्यास करेंगे।
ताजिकिस्तान में रूसी सेना का विदेशी जमीन पर सबसे बड़ा सैन्य अड्डा है। रूस ने अपने सैन्य अड्डे को मजबूत करने के लिए 17 इन्फ्रेंट्री फाइटिंग व्हीकल को ताजिकिस्तान में तैनात किया है। बीएमपी-2 इन्फ्रेंट्री फाइटिंग व्हीकल की पहली बैच को एक दिन पहले ही रूसी वायु सेना के ट्रांसपोर्ट विमान की मदद से दुशाम्बे पहुंचाया गया है। अफगान-ताजिक सीमा के पास रूसी टैंक पहले से ही तैनात हैं।
इंटरफैक्स ने रूस के सेंट्रल मिलिट्री डिस्ट्रिक्ट के कमांडर अलेक्जेंडर लैपिन के हवाले से कहा कि तजाकिस्तान में नए हथियारों की तैनाती से लड़ाकू क्षमता को काफी बढ़ावा देगा। तालिबान की बढ़ती ताकत को देखते हुए रूस ने तजाकिस्तान के साथ आने वाले दिनों मे और अधिक सैन्य अभ्यासों की घोषणा की है। एक दिन पहले ही तजाकिस्तान ने अपने 30 साल के इतिहास में सबसे बड़ा सैन्य अभ्यास किया था।
मीडिया रिपोर्टों में रूस के केंद्रीय सैन्य जिले का हवाला देते हुए बताया गया है कि कुछ दिनों पहले ताजिकिस्तान में सैन्य अड्डे पर तैनात रूसी टैंकों ने अफगान सीमा के नजदीक 200 किलोमीटर की गश्त की है। इस दौरान टी-72 टैंक के क्रू ने काफिले की रक्षा करने और दुश्मनों को खदेड़ने का अभ्यास किया।
रूसी टैंकों ने सीमा के नजदीक पहुंचने के बाद फाइटिंग व्हीकलों के लिए कवर मुहैया करवाया। अफगानिस्तान में तालिबान राज की बढ़ती आहट के बीच ताजिकिस्तान ने सबसे बड़ा युद्धाभ्यास किया है। इतना ही नहीं ताजिकिस्तान ने अफगान सीमा पर 20 हजार अतिरिक्त सैनिकों की तैनाती भी की है। तजाकिस्तान के राष्ट्रपति इमोमाली राखमोन ने कहा कि हमारे पड़ोसी देश अफगानिस्तान में खासतौर पर उत्तरी इलाके में हमारी सीमा के पास स्थिति बहुत जटिल और अस्थिर हो गई है। यह दिन-प्रतिदिन तथा प्रत्येक घंटे और ज्यादा जटिल होती जा रही है। उन्होंने सशस्त्र बलों का आह्वान किया कि वे किसी संभावित खतरे का सामना करने के लिए खुद को तैयार रखें, ताकि देश की सीमा की सुरक्षा की जा सके।