-दुनिया में शुरू हो सकती आर्टिफिशल इंटेलिजेंस हथियारों की होड़
मास्को। सामरिक रूप से सुदृढ़ रूस नया प्रयोग कर रोबोट की मदद से अपने घातक फाइटर जेट को सफलतापूर्वक उड़ा लिया है। राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के एसयू-57’एस विमान को बिना किसी पायलट की मदद से उड़ाया गया। सरकारी एजेंसी आरआईए नोवोस्ती के मुताबिक, ट्रायल सफल रहा है और यह वॉरफेयर में आर्टिफिशल इंटेलिजेंस का रास्ता तैयार कर सकता है। हथियारों की दौड़ में पुतिन ने आर्टिफिशल इंटेलिजेंस के इस्तेमाल की अपनी महात्वाकांक्षा को छुपा कर नहीं रखा। यही वजह है कि एसयू-57 का रोबॉट ट्रायल कराया गया। हालांकि, विशेषज्ञ मानते हैं कि इससे दुनिया में आर्टिफिशल इंटेलिजेंस हथियारों की दौड़ शुरू हो जाएगी। शुरुआत में रक्षा मंत्री सरगई भी आर्टिफिशल इंटेलिजेंस हथियारों की महात्वाकांक्षा को खारिज कर चुके हैं।
अब रक्षा मंत्री सरगई शोइगु कह रहे हैं, ‘निकट भविष्य में क्यों? यह वास्तविकता है और यह काफी ऊर्जा से भरा हुआ है।’ यह एसयू-57 की पांचवीं पीढ़ी का फाइटर जेट है। इसकी पहली फ्लाइट 2010 में उड़ाई गई थी और पुतिन ने इसे सीरिया पर टेस्ट करने के आदेश दिए थे। हालांकि, पिछले साल एक एसयू-57 क्रैश हो गया था। आर्टिफिशल इंटेलिजेंस का बैटलफील्ड में इस्तेमाल गंभीर चर्चा का विषय रहा है। इसके खिलाफ कैम्पेन चलाने वालों का कहना है कि इससे कई लोगों की जानें जा सकती हैं। कैम्पेन ग्रुप, कैम्पेन टू स्टॉप किलर रोबॉर्ट ने कहा, ‘हम नए जेनरेशन के हथियार सिस्टम के कगार पर हैं जो कि बिना मानवीय नियंत्रण के कई जिंदगियां ले सकता है।’ पांचवीं पीढ़ी का यह स्टील्थ विमान हवा से हवा और हवा से जमीन पर हमला करने में सक्षम है। इस विमान को किसी भी मौसम में उड़ाया जा सकता है। यह दिन हो या रात किसी भी वक्त उड़ान भर सकता है। दुश्मन के एयर डिफेंस सिस्टम को ध्वस्त कर सकता है। इसकी खूबी है कि यह ड्रोन विमानों के साथ भी काम कर सकता है।