भोपाल । राजधानी के राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय
(आरजीपीवी) का किसी ने सर्वर ही हैक कर लिया। इस वजह से सोमवार को पहली पाली के मध्य
प्रदेश के 30 फीसद विद्यार्थी मॉक टेस्ट में शामिल नहीं हो पाए। यही वजह है कि आरजीपीवी
का मॉक टेस्ट फेल हो गया। विद्यार्थी अपने कंप्यूटर, लैपटॉप, टेबलेट व मोबाइल पर मॉक
टेस्ट में कम्प्यूटर साइंस का पेपर देने के लिए लॉगइन तक नहीं कर पाए। छात्र-छात्राओं
के मोबाइल में दिए गए पासवर्ड व आईडी से स्क्रीन पर पेपर नहीं खुला। इससे छात्र-छात्राएं
परेशान होते रहे। अब आरजीपीपी मंगलवार को फिर से मॉक टेस्ट कराएगा। विद्यार्थियों को
चिंता हो रही है कि यदि ऐसा ही रहा तो 24 से 31 अगस्त तक आयोजित ऑनलाइन परीक्षा कैसे
देंगे? जब आरजीपीपी का सर्वर मॉक टेस्ट में ही फेल हो रहा है। मालूम हो कि प्रदेश भर
में 42 हजार छात्र-छात्राएं मॉक टेस्ट में शामिल हुए थे। वहीं 8 हजार विद्यार्थियों
का ऑनलाइन सत्यापन नहीं होने से मॉक टेस्ट में नहीं बैठ पाए थे। इससे पहले भी एक बार
मॉक टेस्ट हुआ था, तब भी विद्यार्थियों को टेस्ट देने में दिक्कत हुई थी। सर्वर ठीक
से काम नहीं करने से मॉक टेस्ट सफल नहीं हो पाया था। सोमवार को दूसरी बार ऐसा हुआ जब
मॉक टेस्ट सफल नहीं हो पाया। राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय का ऑनलाइन आरजीपीवी
के रजिस्टर एसएस कुशवाहा ने बताया कि मॉक टेस्ट सही से नहीं हो जाता तब तक परीक्षा
नहीं कराएंगे। सर्वर कैसे हैक हुआ है इसकी भी जांच की जा रही है। ऑनलाइन परीक्षा की
सभी तकनीकी खामियों को दूर किया जाएगा। वर्तमान में अब छात्रों के सामने सबसे बडा सवाल
यह है कि बीई, बीटेक और पॉलिटेक्निक कॉलेजों में प्रवेश लेने के लिए कोरोना काल में
24 से 31 अगस्त तक प्रदेश भर में ऑनलाइन आयोजित होने वाली परीक्षाएं हो पाती हैं कि
नहीं। इसको लेकर छात्र परेशान है।