नई दिल्ली । अयोध्या में राम जन्मभूमि मंदिर के भूमिपूजन की तैयारियां जोरों पर हैं। राम जन्मभूमि मंदिर के डिजाइन में बदलाव के साथ ही इसे नागर शैली में बनाने का प्लान है। एक शिखर और 5 मंडप-गुंबद वाला तीन तल्ले का मंदिर होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राम मंदिर के मॉडल को 5 अगस्त को राम जन्मभूमि परिसर में देखेंगे और उसी वक्त यह मॉडल आम लोगों के लिए रखा जाएगा। हालांकि, सूत्र कहते हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राम जन्मभूमि मंदिर की डिजिटल प्रस्तुति दिल्ली में भी देख सकते हैं। एक बार प्रधानमंत्री के देखने के बाद ही मंदिर के अन्य विवरण को सार्वजनिक किया जाएगा। इस मंदिर के कुल 17 हिस्से होंगे, जिसे शिखर, गर्भगृह, कलश गोपुरम रथ, मंडप और अर्थ मंडप, परिक्रमा तोरण, प्रदक्षिणा अधिष्ठान जैसे वर्गों में बांटा गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 5 अगस्त को मंदिर के भूमि पूजन के बाद करीब 500 करोड़ की सौगात अयोध्या को देंगे, जिसमें 326 करोड़ से ज्यादा की परियोजनाओं का शिलान्यास और 161 करोड़ से ज्यादा के परियोजनाओं का लोकार्पण करेंगे। भूमिपूजन के लिए अयोध्या को दुल्हन की तरह सजाया जा रहा है। श्रीराम मंदिर के भूमि पूजन में अभी करीब हफ्तेभर का समय बाकी है, लेकिन इसकी खुशी राम की पैड़ी पर से ही नजर आने लगी। पांच अगस्त के श्रीराम मंदिर भूमिपूजन को यादगार बनाने की अयोध्या में जबर्दस्त तैयारी है। कहीं दीवारों, दरवाजों पर रंग रोगन किया जा रहा है तो कहीं कलाकृतियों और पेंटिंग के जरिए 5 अगस्त के लिए अयोध्या को सुंदर बनाया जा रहा है।राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन यूं तो 5 अगस्त को होगा, मगर 3 अगस्त से ही अयोध्या में उत्सव शुरु हो जाएगा। तैयारी की जा रही है कि भूमिपूजन का कार्यक्रम भव्य हो, रमणीय हो, दर्शनीय हो। भूमि पूजन से पहले रामलला के परिधानों को विशेष हरे रंग से तैयार किया जाएगा, जिसमें पर्दे, चादर, तकिया, रजाई सब कुछ हरे रंग के होंगे।