तालिबान के बढ़ते वर्चस्व से शक्तिशाली रूस-चीन के माथे पर भी बल

Updated on 10-07-2021 06:52 PM

लंदन । अफगानिस्तान में अमेरिकी सेना के बोरिया विस्तर समेटने के बाद तालिबान के हौंसले और बुलंद हो गए हैं। यहां तालिबान बढ़ते वर्चस्व ने रूस और चीन जैसी महाशक्तियों के माथे पर भी बल डाल दिया है। गौरतलब है कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन द्वारा अमेरिकी फौजों के अफगानिस्तान से वापस बुलाने के बाद ज्यादातर हिस्सों में तालिबान की पकड़ बढ़ती जा रही है। इन देशों को इस बात की चिंता सताने लगी है कि तालिबान के उभार से आतंकवाद का खतरा बढ़ सकता है।

म​हाशक्तियों की चिंताएं किस तरह से बढ़ रही हैं, यह उनके तरफ से जारी बयानों और तैयारियों से साफ पता लग रहा है। एक तरफ रूसी राष्ट्रपति व्लादीमीर पुतिन तालिबान से उम्मीद लगाए बैठे हैं कि तालिबान मध्य एशियाई सीमाओं का सम्मान करेगा जो कभी सोवियत संघ का हिस्सा हुआ करती थीं। वहीं चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने अफगानिस्तान पर बातचीत के लिए अगले हफ्ते मध्य एशिया का दौरा करने की योजना बना रखी है। गौरतलब है कि वांग यी ने पिछले हफ्ते चेतावनी दी थी कि अफगानिस्तान में सबसे बड़ी चुनौती स्थायित्व बनाना और युद्ध रोकना था। सिर्फ रूस और चीन ही नहीं पाकिस्तान भी तालिबानी हलचलों से डरा हुआ महसूस कर रहा है। पाकिस्तान से स्पष्ट कर दिया है ​कि वह अपनी सीमाओं को शरणार्थियों के लिए नहीं खोलेगा।

उधर चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने अफगानिस्तान से सेना हटाने के अमेरिका के फैसले को जल्दबाजी में उठाया कदम बताया है। उन्होंने कहा कि अमेरिका ने प्रतिबद्धता जताई थी कि वह अफगानिस्तान को फिर से आतंकवाद का गढ़ नहीं बनने देंगे। अमेरिका को अपनी इस प्रतिबद्धता का सम्मान करना चाहिए। बीजिंग में एक ब्रीफिंग के दौरान वांग वेनबिन ने आगे कहा कि अमेरिका ने अपनी सेना को हटाने में जल्दबाजी दिखाई है। इसके चलते अफगानिस्तान के लोगों की जिंदगी मुश्किल में पड़ गई है।

इस बीच कुछ ​अन्य विशेषज्ञों ने अफगानिस्तान में तालिबान के उभार पर चिंता जताई है। मिडिल ईस्ट स्टडीज इंस्टीट्यूट आफ शंघाई इंटरनेशनल स्टडीज यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर फैन होंग्डा के मुताबिक अफगानिस्तान में अशांति अन्य देशों के लिए भी मुश्किल का सबब बनेगी। 

Advt.

अन्य महत्वपुर्ण खबरें

 18 November 2024
तेल अवीव: हमास के वरिष्ठ सदस्य कथित तौर पर तुर्की में मौजूद हैं। रविवार को इजरायल के सरकारी टीवी KAN ने एक रिपोर्ट में बताया है। कुछ दिनों पहले यह रिपोर्ट…
 18 November 2024
रियाद: सऊदी अरब की सरकार ने धार्मिक और राष्ट्रीय प्रतीकों के इस्तेमाल पर अहम फैसला लिया है। सऊदी ने निजी और कारोबारी इस्तेमाल के लिए धार्मिक और राष्ट्रीय प्रतीकों के…
 18 November 2024
वेलिंग्टन: न्यूजीलैंड में खालिस्तानियों को एक बड़ा झटका लगा है। ऑकलैंड में आयोजित एक विवादास्पद कथित खालिस्तान जनमतसंग्रह के बाद न्यूजीलैंड की सरकार ने बड़ा बयान दिया है। न्यूजीलैंड की सरकार…
 18 November 2024
मॉस्को: रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने एक बड़ा फैसला लिया है। बाइडन ने यूक्रेन को रूस के अंदर शक्तिशाली लंबी दूरी के अमेरिकी हथियारों के इस्तेमाल करने…
 18 November 2024
ओटावा: कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो ने देश की इमिग्रेशन से जुड़ी नीति में बदलाल की वजह पर बात की है। उन्होंने माना कि इस संबध में उनकी सरकार से बीते…
 17 November 2024
नई दिल्‍ली/मास्‍को/ बीजिंग: चीन से जैसे महाशक्तिशाली दुश्‍मन से घिरे भारत ने भी आखिरकार हाइपरसोनिक मिसाइलों की दुनिया में बहुत बड़ी सफलता हासिल कर ली है। भारत ने करीब 1500 किमी…
 17 November 2024
यरुशलम: इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के सीजेरिया स्थित आवास पर हमला हुआ है। इजरायल की आंतरिक खुफिया एजेंसी शिन बेट और पुलिस ने शनिवार शाम को बताया कि सीजेरिया में नेतन्याहू…
 17 November 2024
तेहरान: ईरान ने गुप्त रूप से अपने सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई के उत्तराधिकारी को चुन लिया गया है। बीमार चल रहे 85 वर्षीय अली खामेनेई के दूसरे बेटे मोजतबा खामेनेई…