इस्लामाबाद। आतंकवाद की शरणस्थली बने पाकिस्तान ने काली सूची में जाने के भय से एक बार फिर भारत के खिलाफ झूठे मनगढ़ंत आरोप लगाए। पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने एक डोजियर जारी कर कहा कि भारत कश्मीर में मानवाधिकार अधिकारों का उल्लंघन कर रहा है। कुरैशी ने कश्मीर में कैमिकल हथियारों के इस्तेमाल का भी आरोप लगा डाला। भारत ने पाकिस्तान से बार-बार कहा है कि जम्मू और कश्मीर हमेशा के लिए देश का अभिन्न अंग बना रहेगा। कुरैशी ने कश्मीर के आतंकियों की तुलना स्वतंत्रता सेनानियों से कर दी और कश्मीर को खुली जेल तक करार दिया। अलगाववादी नेता सैयद अली गिलानी के अंतिम संस्कार को लेकर झूठ फैलाते हुए कुरैशी ने दावा किया कि उनके परिवार के सदस्यों को अंतिम संस्कार में शामिल होने की अनुमति नहीं दी गई थी। उन्होंने यह भी बयान दिया कि उनके शव को जबरन छीनकर दफनाया गया। जबकि गिलानी के अंतिम संस्कार को लेकर वीडियो भी जारी किया गया है। कुरैशी ने कहा कि डोजियर में तीन चैप्टर, 113 रेफरेंसेज, 26 अंतरराष्ट्रीय मीडिया समीक्षा रिपोर्ट और 41 भारतीय मीडिया और थिंकटैंक की रिपोर्ट हैं।
मानवाधिकारों के उल्लंघन का चैंपियन पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने मानवाधिकार मंत्री शिरीन मजारी और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार मोईद यूसुफ के साथ इस प्रॉपगैंडा डोजियर को सार्वजनिक किया है। कुरैशी ने दावा किया कि पाकिस्तान के तैयार किए गए इस डोजियर में कश्मीर में भारत की कथित आक्रामकता और बर्बरता को रेखांकित किया गया है। पाकिस्तानी विदेश मंत्री कुरैशी ने तो भारत पर आतंकवादी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप लगाया। उन्होंने दावा किया कि भारत आईएसआईएस के पांच कैंप में ट्रेनिंग दे रहा है, जो चिंता की बात है। हालांकि, अपने इस मनगढ़ंत आरोपों को लेकर कुरैशी कोई ठोस सबूत पेश नहीं कर सके। पाकिस्तानी प्रधानमंत्री और सेना के पिट्ठू इमरान खान भी भारत पर आतंकी घटनाओं में शामिल होने के आरोप लगा चुके हैं।