कुवैत सिटी । इस्लामी कट्टरवाद की गिरफ्त में मुस्लिम युवा ही नहीं बल्कि नाबालिग भी आ रहे है। कुवैत पुलिस ने एक ऐसी ही पाकिस्तानी लड़की को गिरफ्तार किया है। यह लड़की अपना पासपोर्ट लेकर घर से भाग गई थी और अफगानिस्तान में सत्तारूढ़ तालिबान में शामिल होने जा रही थी। इस लड़की का मकसद इजरायल पर हमला करना था। खबर के मुताबिक पाकिस्तानी लड़की के पिता ने अपनी बेटी के भागने की सूचना पुलिस को दी थी। लड़की नाबालिग है लेकिन उसकी उम्र का खुलासा नहीं किया गया है। किशोरी को फरवानिया प्रांत के खेतान में गिरफ्तार किया गया, जहां उसका परिवार रहता है। पिता द्वारा सूचित किए जाने के बाद कुवैत की सुरक्षा एजेंसियों ने बड़े पैमाने पर सर्च ऑपरेशन की शुरुआत की। उसने एक व्हाट्सएप मैसेज भेजकर धमकी दी थी कि वह तालिबान में शामिल हो जाएगी और इजरायल में जाकर खुद को बम से उड़ा लेगी। एक कुवैती अखबार ने एक सुरक्षा सूत्र के हवाले से कहा कि लड़की ने अपनी धमकी को 'सिर्फ बात' के रूप में बताया है।
लड़की ने भागने के लिए अपने पिता को दोषी ठहराया और उन पर परिवार को सख्त नियंत्रण में रखने का आरोप लगाया। स्थानीय मीडिया के मुताबिक पिता की रिपोर्ट के बाद लड़की का नाम सुरक्षा कारणों से कुवैत छोड़ने के लिए प्रतिबंधित लोगों की सूची में डाल दिया गया है। 15 अगस्त को तालिबान ने अफगानिस्तान पर कब्जा कर लिया था जबकि अमेरिकी सैनिकों की वापसी का अभियान 30 अगस्त को खत्म हुआ। बीते दिनों 7 सितंबर को तालिबान ने अपने कैबिनेट की घोषणा की थी। इसमें कोई भी बाहरी शामिल नहीं था। हक्कानी परिवार के चार लोगों को अहम पद दिए गए। सिराजुद्दीन हक्कानी, जो आतंकवाद के लिए एफबीआई की मोस्ट वांटेड सूची में हैं, को कार्यवाहक आंतरिक मंत्री यानी गृह मंत्री बनाया गया। बरादर को दो उप प्रधानमंत्रियों में से एक के तौर पर नामित किया गया। वहीं मुल्ला मोहम्मद हसन अखुंद को देश का कार्यवाहक प्रधानमंत्री बनाया गया।