इस्लामाबाद । पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा पर आतंकियों की घुसपैठ के भारत के आरोपों को निराधार बताते हुए उन्हें खारिज कर दिया है। भारत के एक वरिष्ठ सुरक्षा अधिकारी ने हाल में कहा था कि एलओसी पर दर्जनों आतंकवादी जम्मू-कश्मीर में घुसपैठ करने का इंतजार कर रहे हैं। उन्होंने दावा किया था कि सेना को नियंत्रण रेखा के पार आतंकी ठिकानों में लगभग 140 आतंकवादियों की लगातार मौजूदगी का पता चला है। आतंकी जम्मू-कश्मीर में घुसपैठ की प्रतीक्षा कर रहे हैं, लेकिन मजबूत घुसपैठ-रोधी ग्रिड के कारण उन्हें कामयाबी नहीं मिली है।
पाकिस्तानी विदेश कार्यालय के प्रवक्ता हाफिज चौधरी ने कहा कि हम इन निराधार आरोपों को खारिज करते हैं कि पाकिस्तान एलओसी के जरिए तथाकथित आतंकवादियों की घुसपैठ कराना चाहता है। उन्होंने कहा समय-समय पर लगाए गए ऐसे आरोपों का कोई आधार नहीं है। इस साल फरवरी में पाकिस्तान ने क्षेत्रीय शांति और सुरक्षा के हित में भारत के साथ 2003 के संघर्ष विराम समझौते के पालन की बात दोहराई थी।
पाकिस्तानी प्रवक्ता ने आरोप लगाया कि भारत संघर्ष विराम पर बनी सहमति को भंग करने के लिए बेबुनियाद और निराधार आरोपों के जरिए तथाकथित घुसपैठ के प्रयासों की बात कर रहा है। भारत और पाकिस्तान के सैन्य अभियानों के महानिदेशकों के बीच हॉटलाइन पर बातचीत के बाद फरवरी में दोनों देश इस साल 24-25 फरवरी की मध्यरात्रि से एलओसी और अन्य क्षेत्रों में सभी समझौतों, सहमति और संघर्ष विराम का सख्ती से पालन करने पर सहमत हुए। पाकिस्तान में फैले कोरोना वायरस के कारण इन लॉन्च पैड्स पर पिछलेे कुछ महीनों में कम गतिविधियां देखी गई थीं, लेकिन हाल के कुछ समय से यहां चहल-पहल बढ़ गई हैं। पाकिस्तानी आतंकी इन्हीं लॉन्च पैड्स के जरिए भारत में प्रवेश करने की साजिश रचते हैं। भारत और पाकिस्तान में सीजफायर पर बनी सहमति के बाद आतंकियों को घुसपैठ करने के लिए नया मौका मिल गया है। ऐसे में अगर भारतीय सेना फायरिंग करती है तो पाकिस्तान फिर सीजफायर का उल्लंघन बताकर दुनिया में भारत के खिलाफ प्रचार करेगा।