पाकिस्तान में भारतीय टीम ने 2008 के बाद से नहीं खेला
भारतीय खिलाड़ियों ने 2008 के मुंबई आतंकी हमलों के बाद से पाकिस्तान में कोई मैच नहीं खेला है जिसमें 150 लोग मारे गए थे। दोनों देशों के बीच आखिरी द्विपक्षीय टूर्नामेंट 2012 में हुआ था। पाकिस्तान की यात्रा के लिए भी भारत सरकार की मंजूरी की जरूरत होती है जो अपने फैसले पर अडिग है। बीसीसीआई का रुख हमेशा ही स्पष्ट रहा है लेकिन पीसीबी के तटस्थ स्थानों की ‘एकतरफा’ व्यवस्था को अनुमति देने से इनकार करने के कारण मामला लंबा खिंच गया।
पाकिस्तान के गृह मंत्री मोहसिन नकवी के नेतृत्व में पीसीबी स्थानीय जनता के सामने अपनी प्रतिष्ठा नहीं खोना चाहता था। पीसीबी ने पिछले साल वनडे विश्व कप के लिए अपनी टीम भारत भेजी थी। उसने स्पष्ट तौर पर ‘हाइब्रिड मॉडल’ का विरोध किया था लेकिन अंततः पारस्परिक आधार पर इस पर सहमत हो गया।
भारतीय खिलाड़ियों ने 2008 के मुंबई आतंकी हमलों के बाद से पाकिस्तान में कोई मैच नहीं खेला है जिसमें 150 लोग मारे गए थे। दोनों देशों के बीच आखिरी द्विपक्षीय टूर्नामेंट 2012 में हुआ था। पाकिस्तान की यात्रा के लिए भी भारत सरकार की मंजूरी की जरूरत होती है जो अपने फैसले पर अडिग है। बीसीसीआई का रुख हमेशा ही स्पष्ट रहा है लेकिन पीसीबी के तटस्थ स्थानों की ‘एकतरफा’ व्यवस्था को अनुमति देने से इनकार करने के कारण मामला लंबा खिंच गया।
पाकिस्तान के गृह मंत्री मोहसिन नकवी के नेतृत्व में पीसीबी स्थानीय जनता के सामने अपनी प्रतिष्ठा नहीं खोना चाहता था। पीसीबी ने पिछले साल वनडे विश्व कप के लिए अपनी टीम भारत भेजी थी। उसने स्पष्ट तौर पर ‘हाइब्रिड मॉडल’ का विरोध किया था लेकिन अंततः पारस्परिक आधार पर इस पर सहमत हो गया।