नई दिल्ली। भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) के अध्यक्ष नरिंदर बत्रा ने कहा है कि कोरोनावायरस प्रभाव के कारण अगले एक साल तक ओलंपिक खेलों के लिए नए निजी प्रायोजक मिलने संभव नजर नहीं आ रहे हैं। बत्रा ने भारतीय वाणिज्य एवं उद्योग महासंघ (फिक्की) द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में कहा , "ईमानदारी से कहूं तो मुझे इस पर संदेह है कि निजी कारोबारी घरानों से मुझे पैसा मिलेगा या नहीं।" उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि उन्हें नुकसान हो रहा है। हर कोई जानता है कि बाजार की क्या स्थिति है और हर किसी के साथ क्या हो रहा है। आईओए में हमारे पास निजी पार्टनर हैं और केवल सरकार से ही हमें सहायता नहीं मिलती है। यही बात अंतर्राष्ट्रीय हॉकी महासंघ (एफआईएच) के साथ भी है, जिसका मैं प्रतिनिधित्व करता हूं।"बत्रा ने कहा, "मैं कहना चाहूंगा कि दोनों जगहों पर प्रायोजक का 60-70 फीसदी बोर्ड पर आधारित है। बाकी मैं उनकी परेशानियों को समझता हूं और वे भी हमारी परेशानियों को समझते हैं। यह एक ऐसी स्थिति उपजी है, जिसके बारे में ना वे कुछ कर सकते हैं और ना ही हम कुछ कर सकते हैं।" वहीं खेलों को लेकर उन्होंने कहा कि सितंबर अक्टूबर तक कोरोना संकमण के हालात ठीक होने पर खेल मुकाबले शुरु करने चाहिये।