रायपुर। मुख्य सचिव आर.पी. मण्डल ने आज कांकेर प्रवास के दौरान कलेक्टोरेट में बस्तर संभाग के अधिकारियों की बैठक लेकर आश्रम-छात्रावासों में छात्रों को सभी शैक्षणिक एवं जरूरी सुविधाएं उपलब्ध कराने तथा संभाग के जिलों में 10-10 आश्रम छात्रावासों को मॉडल छात्रावास बनाने, वन अधिकार मान्यता पत्रों का वितरण तथा बस्तर में सुपोषण अभियान कार्य की समीक्षा की।
मुख्य सचिव आर.पी. मण्डल ने समीक्षा के दौरान बस्तर संभाग को कुपोषण मुक्त कराने के लिए विशेष प्रयास करने के निर्देश देते हुए कहा कि इसमें पंचायत प्रतिनिधियों की भी सहभागिता सुनिश्चित किया जाए। बच्चों में कुपोषण दूर करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाए। बच्चों को कृृमिनाशक गोली का वितरण करने तथा महिलाओं को एनीमिया से मुक्ति के लिए भोजन में मुनगा के सेवन को प्रोत्साहित करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। उन्होंने बस्तर में ज्यादा से ज्यादा मुनगा पौधा लगाने के लिए लोगों को प्रेरित के लिए कहा है। इसी तरह संभाग में सभी प्रसव संस्थागत हो यह सुनिश्चित करने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं। छात्रावासों में साफ-सुथरे टॉयलेट हो इसकी निगरानी अधिकारी करें।
मुख्य सचिव ने महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना अंतर्गत महिला स्व-सहायता समूहों कोे ग्राम पंचायतों में मुर्गी पालन योजना के तहत शेड बनाकर उपलब्ध कराने के निर्देश भी दिए हैं। वनाधिकार मान्यता पत्र की समीक्षा करते हुए उन्होंने बस्तर संभाग के सभी जिलों में व्यक्तिगत वन अधिकार मान्यता पत्र सहित सामुदायिक वन अधिकार पत्र और संभाग के सभी गांवों में सामुदायिक वन संसाधन मान्यता पत्र प्रदान करने के लिए जरूरी कार्रवाई करने के निर्देश दिए। मुख्य सचिव ने आगामी दिनों में संभाग में वृहद स्तर पर वृक्षारोपण करने के निर्देश देते हुए कहा कि राष्ट्रीय राजमार्ग एवं राज्य मार्ग के किनारे से बड़े पैमाने पर फलदार एवं छायादार वृक्षों का रोपण किया जाए तथा उन्होंने अधिकारियों को पौधों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ट्री-गार्ड लगाने के निर्देश दिए। मुख्य सचिव ने अधिकारियों को वृक्षारोपण के बाद वृक्षों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के निर्देश अधिकारियों को दिए है।
इस अवसर पर आदिम जाति विकास विभाग के सचिव डी.डी.सिंह, महिला एवं बाल विकास के सचिव आर. प्रसन्ना, बस्तर संभाग के कमिश्नर अमृत खलखो, मुख्य वन संरक्षक कांकेर जे.आर. नायक, मुख्य वन संरक्षक जगदलपुर मोहम्मद शाहिद, कांकेर कलेक्टर के.एल. चौहान, कोण्डागांव कलेक्टर पुष्पेन्द्र मीणा, नारायणपुर कलेक्टर अभिजीत सिंह, दंतेवाड़ा कलेक्टर दीपक सोनी, पुलिस अधीक्षक कांकेर एम.आर. अहिरे, जिला पंचायत कांकेर के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. संजय कन्नौजे सहित सीईओ नारायणपुर एवं सीईओ दंतेवाड़ा और विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।