नई दिल्ली। कोरोना वायरस गर्मी से मर जाएगा? इसपर लोगों के अलग-अलग दावे दिल्ली में फेल होते दिख रहे है। राजधानी का तापमान 44 डिग्री तक पहुंच चुका है बावजूद इसके लगातार चौथे दिन 500 से ज्यादा केस मिले हैं। शुक्रवार को तो यह आंकड़ा 600 के भी पार हो गया जबकि गुरुवार को सीजन का सबसे गर्म दिन था। कोरोना वायरस और गर्मी को लेकर तरह-तरह की बातें वक्त-वक्त पर सामने आती रही हैं। पहले कहा गया था कि गर्मी में कोरोना खत्म हो सकता है। फिर गया गया कि गर्मी होने पर कोरोना का असर कम हो सकता है, मतलब वह किसी चीज पर कम देर टिक पाएगा। हालांकि, दिल्ली ताजा उदाहरण के तौर पर हमारे सामने है।
यहां गुरुवार को तापमान 44 डिग्री सेल्सियस तक रहा, जोकि सीजन का सबसे गर्म दिन था। बावजूद इसके शुक्रवार को पिछले 24 घंटे में 660 नए केस आए। अप्रैल तक दिल्ली में स्थिति थी, लेकिन मई की शुरुआत से ही संक्रमण की रफ्तार तेज हो गई है। पहले हफ्ते में औसतन 300 मरीज रोज आ रहे थे। फिर यह बढ़कर 400 तक पहुंच गया और अब पिछले तीन दिनों से 500 से ज्यादा मरीज आ रहे हैं। दिल्ली में अब कुल मरीजों की संख्या 12,319 तक पहुंच गई है। रेगिस्तान की तरफ से आने वाली गर्म हवाएं लगातार दिल्ली को झुलसा रही है। दिल्ली में अगले हफ्ते तक गर्मी और बढ़ेगी। इसी वजह से सफदरजंग का अधिकतम तापमान बढ़कर 42.7 डिग्री पहुंच गया है, यह सामान्य से 3 डिग्री अधिक है। न्यूनतम तापमान अभी भी 24.8 डिग्री बना हुआ है। पालम में अधिकतम तापमान 44.1 डिग्री, लोदी रोड में 43, आया नगर में 43.2 डिग्री, नजफगढ़ में 42.2 डिग्री और स्पोर्ट्स कॉम्प्लैक्स में 42.5 डिग्री रहा।