रायगढ़ व जशपुर के बदमाशों ने कट्टे की नोक पर की थी लूट, 2 कट्टा-कारतूस समेत तीनों गिरफ्तार (20पीआर02आरजी)
सरगुजा,। 13 जुलाई की देर शाम बाइक सवार 3 युवकों ने च्वाइस सेंटर संचालक की कनपटी पर कट्टा अड़ाकर 40 हजार रुपए व 2 मोबाइल की लूट की थी। संचालक की रिपोर्ट पर पुलिस आरोपियों की खोजबीन में जुटी थी। इसी दौरान मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने तीनों आरोपियों को अलग-अलग स्थान से गिरफ्तार किया। इनमें एक रायगढ़, दूसरा जशपुर जिला तथा तीसरा लखनपुर थाना क्षेत्र का निवासी है। रायगढ़ जिला निवासी आरोपी शातिर लुटेरा है तथा उसके खिलाफ कई अपराध दर्ज हैं। पुलिस ने आरोपियों के पास से 2 चोरी की बाइक, 2 कट्टा, 2 कारतूस, 2 मोबाइल व 13 हजार रुपए बरामद किए हैं। पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार कर रविवार को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।
उदयपुर थाना क्षेत्र के ग्राम परसा निवासी राम सिंह च्वाइस सेंटर चलाता है। 13 जुलाई की शाम करीब 7.30 बजे बाइक सवार 3 युवक पहुंचे और 2 दुकान में घुस गए। इनमें से एक ने रुपए निकालने की बात कही तो राम सिंह ने आधार कार्ड मांगा। इसके बाद एक ने उसकी कनपटी पर कट्टा सटाकर कहा कि जितने रुपए है निकालो। फिर खुद ही उसके काउंटर से 40 हजार रुपए व उसकी 2 मोबाइल लूट ली। उन्होंने उसे व एक अन्य ग्राहक को दुकान में बंद किया और फरार हो गए। इसकी रिपोर्ट दुकान संचालक ने उदयपुर थाने में दर्ज कराई थी। पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ धारा 392, 342, 34 के तहत अपराध दर्ज कर उनकी खोजबीन शुरु की। एसपी टीआर कोशिमा के निर्देशन व एएसपी ओम चंदेल व एसडीओपी चंचल तिवारी के मार्गदर्शन में पुलिस की कई टीमें आरोपियों की तलाश में लगाई गई थीं।आरोपियों को पकडऩे पुलिस ने अपने मुखबिरों को तैनात किया था, साथ ही लूट वाले गांव में संदिग्ध मोबाइल नंबर की ट्रेसिंग के बाद पुलिस आरोपियों तक पहुंच गई। इसके बाद पुलिस ने रायगढ़ जिले के कापू थाना अंतर्गत चितामाड़ा निवासी रतन लकड़ा पिता बुली लकड़ा, जशपुर जिले के पत्थलगांव, आमादरहा निवासी सलिंदर एक्का पिता रामप्रसाद तथा लखनपुर थाना क्षेत्र के ग्राम झाड़ीपुर निवासी देवा उर्फ दिलीप मिंज पिता विश्वनाथ मिंज 24 वर्ष को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उन्होंने अपना जुर्म स्वीकार कर लिया।
कई वारदातों में शामिल रहा है रतन
पुलिस ने बताया कि आरोपी रतन लकड़ा शातिर अपराधी है। वह वर्ष 2005 से लेकर अब तक कई अपराधों में शामिल रहा है। वर्ष 2008 में पत्थलगांव सेंट्रल बैंक में लूट तथा 2012 में कुन्नी सेंट्रल बैंक में साथियों की लूट की घटना शामिल है। इसके अलावा उदयपुर निवासी एक शासकीय कर्मी की हत्या के प्रयास के मामले में भी जेल जा चुका है।
कट्टा-कारतूस व बाइक जब्त, भेजे गए जेल
आरोपियों द्वारा जुर्म स्वीकार कर लिए जाने के बाद पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 2 कट्टा, 2 कारतूस, 13 हजार रुपए, 2 मोबाइल तथा 2 चोरी की बाइक (एक बाइक रतन लकड़ा थाना बगीचा थानांतर्गत मोरल स्कूल के पास से तथा दूसरी बाइक सलिंदर एक्का द्वारा जशपुर के किलकिला से चोरी की गई थी) बरामद कर ली। पुलिस ने तीनों को धारा 392, 342, 34, 398, 450 व 25, 27 आम्र्स एक्ट के तहत रविवार को न्यायालय में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।
कार्रवाई में ये रहे शामिल
आरोपियों को पकडऩे में उदयपुर टीआई मनीष धुर्वे, एसआई बीआर कश्यप, एएसआई अजीत मिश्रा, प्रधान आरक्षक सतीश कुमार सिंह, मनीष पांडेय, मदनगोपाल परिहार, आरक्षक लाखन सिंह, अमित विश्वकर्मा, सुधीर सिंह, संजीव पांडेय, सिकंदर आलम, कुंज लाल, सतीश चौहान, देवनारायण कंवर एवं साइबर सेल अंबिकापुर से आरक्षक भोजराज पासवान, वीरेंद्र पैंकरा के अलावा कमलेश्वरपुर टीआई सुधीर मिंज, सीतापुर टीआई एलरिक लकड़ा, थाना प्रभारी पत्थलगांव, थाना प्रभारी कापू की महत्वपूर्ण भूमिका रही।