- हजारों मजदूरों का भविष्य अधर में
नई दिल्ली। ‘विश्व साइकल दिवस’ पर जहां लोग साइकिल चलाने को प्रमोट कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर देश की सबसे बड़ी साइकिल कंपनी में ताला लग गया है और यहां काम करने वाले सैकड़ों वर्कर्स सड़क पर आ गए हैं। एटलस ने अपनी गाजियाबाद के साहिबाबाद में स्थित सबसे बड़ी फ़ैक्ट्री को अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दिया है। बुधवार को सुबह जब मज़दूर काम करने पहुंचे तो उन्होंने कंपनी के बाहर एक नोटिस लगा पाया जिसमें लिखा था कि कंपनी के पास फ़ैक्ट्री चलाने का पैसा नहीं है। कारखाने के नोटिस में कहा गया है कि कंपनी पिछले कई वर्षों से भारी आर्थिक संकट से गुजर रही है। कंपनी ने सभी उपलब्ध फंड खर्च कर दिए हैं। अब स्थिति यह है कि कंपनी के पास कोई भी आय के श्रोत नहीं बचे हैं। यहां तक कि दैनिक खर्चों के लिए भी धन उपलब्ध नहीं हो पा रहा है।
साहिबाबाद की एटलस की यह फ़ैक्ट्री 1989 से चल रही है। एटलस साइकिल ने साहिबाबाद की फ़ैक्ट्री में लॉकडाउन से पहले हर महीने दो लाख साइकिलें बनाई जा रही थीं। अब हालत यह है कि फैक्ट्री के मजदूरों और कर्मचारियों को मई माह का वेतन भी नहीं दिया गया है।