पहले भी बाघ
और तेंदुए आ
चुके हैं रेल
की चपेट में
भोपाल । हबीबगंज से बुधनी के बीच मिडघाट रेलखंड पर ट्रेन की चपेट में आने से एक और तेंदुए की जान चली गई। यह घटना हबीबगंज से बुधनी के बीच मिडघाट रेलखंड में शनिवार-रविवार रात 2:30 बजे हुई है। इस रेलखंड में पहले भी बाघ और तेंदुए ट्रेन की चपेट में आने से अपनी जान गंवा चुके हैं। बीती रात हुई घटना पिछले डेढ़ साल में पहली घटना है। जानकारी के मुताबिक हबीबगंज से बुधनी के बीच चौका-मिडघाट रेलखंड है। इस रेलखंड पर रात 2:30 बजे के करीब एक वयस्क तेंदुआ रेलवे ट्रैक पार कर रहा था। तभी इटारसी की तरफ से एक ट्रेन आ गई और तेंदुए को अपनी चपेट में ले लिया। ट्रेन रफ्तार में थी इसलिए मौके पर ही उसकी मौत हो गई। ट्रेन के ड्राइवर ने घटना की जानकारी रेलवे कंट्रोल रूम को दी। तब रेल अधिकारियों ने वन विभाग को खबर दी। जिस पर रविवार सुबह ओबैदुल्लागंज और बरखेड़ा से विभाग के अधिकारियों की टीम पहुंची और तेंदुए के शव को उठाया गया है। इस घटना की पुष्टि ओबैदुल्लागंज सामान्य वन मंडल के डीएफओ विजय कुमार ने की है। बता दें कि इस रेलखंड में घने जंगल होने के कारण बाघ और तेंदुए यहां विचरण करते हुए देखे जा सकते हैं। कई बार ये टहलते हुए रेलवे पटरी पर भी आ जाते हैं और यहां ट्रेन की चपेट में आकर उनकी मौत भी हो जाती है। वन विभाग द्वारा इस तरह के हादसों को रोकने के लिए आज तक कोई पुख्ता इंतजाम नहीं किए है। यही वजह है यहां आए दिन इस तरह के हादसों में वन्यप्राणी अपनी जान गंवाते रहते हैं।