मुंबई कोरोना के मामलों में लगातार गिरावट और अमेरिका में नए राहत पैकेज से दुनियाभर के शेयर बाजारों में रिकॉर्ड बढ़त है। साथ ही वैक्सीनेशन का भी पॉजिटिव इंपैक्ट पड़ा है। दूसरी ओर मिडिल ईस्ट में तनाव के चलते कच्चे तेल की कीमतें 13 महीने के सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंच गई हैं।
अमेरिकी शेयर बाजार में तेजी की प्रमुख वजह कोरोना राहत पैकेज है। इसके तहत 1.9 लाख करोड़ डॉलर की रकम जारी की जाएगी। साथ ही आर्थिक गतिविधियों में भी पॉजिटिव ग्रोथ का भी असर पड़ा है। नतीजतन, वॉल स्ट्रीट में उतार-चढ़ाव को मापने वाला इंडेक्स एक साल के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया है। इससे सोमवार को MSCI इंडेक्स में 0.3% की बढ़त दर्ज की गई। यह इंडेक्स दुनियाभर के शेयरों की स्थिति मापता है।
अमेरिकी बाजारों में बढ़त का असर ज्यादातर शेयर बाजारों पर रहा। सोमवार को ब्रिटेन का FTSE 100 इंडेक्स 1.8% की बढ़त के साथ कारोबार कर रहा था। एशियाई बाजारों में जापान का निक्केई इंडेक्स 1.9% बढ़कर 30 सालों में पहली बार 30 हजार अंकों के स्तर को पार किया। जबकि चीन और हॉन्गकॉन्ग के शेयर बाजार लूनार नए साल के अवसर पर बंद हैं।