प्राग। दो बार की विंबलडन चैंपियन चेक गणराज्य की पेत्रा क्वितोवा ने कोरोना वायरस महामारी के डर से खाली स्टेडियमों में ग्रैंडस्लैम टूर्नामेंटों के आयोजन का विरोध किया है। क्वितोवा ने प्राग में इस सप्ताह होने वाले टेनिस टूर्नामेंट से पहले कहा कि इस प्रकार दर्शकों के बिना खेलने से अच्छा है कि इन टूर्नामेंटों को रद्द कर देना चाहिये। इस महिला खिलाड़ी ने स्विटजरलैंड के अनुभवी खिलाड़ी रोजर फेडरर के उस बयान का समर्थन किया है। जिसमें उन्होंने पिछले सप्ताह कहा था कि वह फ्रेंच ओपन और अमेरिकी ओपन में खाली स्टेडियमों में खेलने के पक्ष में नहीं हैं। क्वितोवा ने कहा, ‘अभी मेरी उम्र है और मैं निश्चित तौर पर एक अन्य ग्रैंडस्लैम में खेलना चाहूंगी पर अगर इन्हें इस तरह दर्शकों के बिना खेला जाता है तो इसकी जगह मैं इन्हें रद्द करना पसंद करूंगी। ग्रैंडस्लैम में खेलना बहुत बड़ी बात है पर जो दर्शक हमारे लिए ऊर्जा का स्रोत हैं उनके बिना खेलने का मतलब नहीं है। ग्रैंडस्लैम तो बिलकुल भी नहीं खेला जाना चाहिये।’
गौरतलब है कि कोरोना संक्रमण के बाद से ही सभी टेनिस मुकाबले बंद हैं। यहां तक कि फ्रेंच ओपन सितंबर तक स्थगित कर दिया गया है। वहीं विंबलडन को रद्द कर दिया गया है जबकि डब्ल्यूटीए टूर 20 जुलाई से पहले शुरू नहीं हो पाएंगे। प्राग में खाली स्टेडियम में होने वाले टूर्नामेंट में आठ पुरुष और आठ महिला खिलाड़ी भाग लेंगे। इस दौरान सामाजिक दूरी के पालन सही सभी नियमों का पालन किया जाएगा। मैच में पहले की तरह खिलाड़ी आपस में हाथ भी नहीं मिलाएंगे। टूर्नमेंट में रेफरी और ‘बॉल बॉय’ होंगे लेकिन उनके हाथों में तौलिया नहीं होगा।