हमेशा के लिए थम जाएगी जेट एयरवेज की उड़ान! सुप्रीम कोर्ट ने दिया लिक्विडेशन का ऑर्डर

Updated on 07-11-2024 04:02 PM
नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट ने बंद पड़ी एयरलाइन जेट एयरवेज के लिक्विडेशन का आदेश दे दिया है। कोर्ट का कहना है कि इस मामले में एनसीएलएटी का फैसला शीर्ष अदालत के जनवरी 2023 के फैसले की घोर अवहेलना है। कोर्ट के मुताबिक एनसीएलएटी ने जेट एयरवेज के रेजॉल्यूशन एप्लिकेंट जालान-कालरॉक कंसोर्टियम की 150 करोड़ रुपये की परफॉरमेंस बैंक गारंटी के समायोजन की अनुमति देकर न्यायालय के जनवरी 2023 के आदेश की अवहेलना की है। समाधान प्रस्ताव के मुताबिक एयरलाइन में 350 करोड़ रुपये के निवेश की जरूरत थी। एनसीएलएटी ने परफॉरमेंस बैंक गारंटी को इसके अगेंस्ट एडजस्ट करने की अनुमति दी थी।

नरेश गोयल के नेतृत्व वाली एयरलाइन कभी भारत की प्रमुख एयरलाइन थी लेकिन 2019 से ही इसका परिचालन बंद है। एनसीएलएटी ने जेट का मालिकाना हक यूके की कंपनी कालरॉक कैपिटल और संयुक्त अरब अमीरात के कारोबारी मुरारी लाल जालान के कंसोर्टियम को ट्रांसफर करने को मंजूरी दी थी। सुप्रीम कोर्ट ने आज कहा कि लिक्विडेशन इसके ऋणदाताओं और कर्मचारियों के सर्वोत्तम हित में होगा क्योंकि जालान-कालरॉक कंसोर्टियम मंजूरी के पांच साल बाद भी समाधान योजना को लागू करने में विफल रहा है।

कोर्ट ने क्या कहा


मुख्य न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़, न्यायमूर्ति जे बी पारदीवाला और न्यायमूर्ति मनोज मिश्रा की पीठ ने एनसीएलटी, मुंबई को लिक्विडेटर की नियुक्ति के लिए कदम उठाने का निर्देश दिया। कोर्ट ने इस मामले में दाखिल कई अपीलों पर यह आदेश दिया। इनमें एक अपील बैंकों की भी थी जिन्होंने जेट एयरवेज को जालान-कालरॉक कंसोर्टियम को बेचने के एनसीएलटी के आदेश को चुनौती दी गई थी। एसबीआई की अगुवाई में बैंकों ने तर्क दिया है कि यह कंसोर्टियम एयरलाइन के अधिग्रहण के लिए शर्तों को पूरा करने में विफल रहा है और अब एयरलाइन को रिवाइव करने की स्थिति में नहीं है।

न्यायमूर्ति पारदीवाला ने कहा कि एयरलाइन से जुड़ा मुकदमा आंखें खोलने वाला है। इसमें भारत के इनसॉल्वेंसी एंड बैंकरप्सी कोड के लिए कई सबक हैं। सुप्रीम कोर्ट ने एनसीएलएटी के फैसले को गलत करार दिया और कहा कि इसमें मटीरियल साक्ष्यों को गलत तरीके से पढ़ा गया है और कानूनी सिद्धांतों की अवहेलना की गई है। बैंक गारंटी का उद्देश्य दिवालियापन प्रक्रिया के समापन तक सक्रिय रहना था।

बैंकों की दलील


सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि कंसोर्टियम ने एयरलाइन में 350 करोड़ रुपये का निवेश करने का वादा किया था लेकिन वह इसमें नाकाम रहा। यह जेट एयरवेज के लिक्विडेशन के लिए पर्याप्त आधार बनाता है। कोर्ट ने बैंकों को 150 करोड़ रुपये की गारंटी को भुनाने की भी अनुमति दे दी। शीर्ष अदालत को यह तय करना था कि जेट एयरवेज के अधिग्रहण को बरकरार रखा जाए या एयरलाइन को समाप्त कर दिया जाए। बैंकों ने इसे लिक्विडेट करने की अपील की थी।
Advt.

अन्य महत्वपुर्ण खबरें

 03 January 2025
नई दिल्ली: मार्केट रेगुलेटर सेबी ने केतन पारेख सहित तीन लोगों को तत्काल प्रभाव से सिक्योरिटी मार्केट से प्रतिबंधित कर दिया है। इन लोगों पर आरोप है कि उन्होंने ‘फ्रंट-रनिंग’ योजना…
 03 January 2025
टेस्ला के शेयरों में गिरावट से मस्क की नेटवर्थ में 17.7 अरब डॉलर की गिरावट आई। ब्लूमबर्ग बिलिनेयर इंडेक्स के मुताबिक उनकी नेटवर्थ अब 415 अरब डॉलर रह गई है।…
 03 January 2025
नई दिल्ली: एआई चिप बनाने वाली अमेरिकी कंपनी एनवीडिया पिछले साल सबसे ज्यादा मार्केट कैप हासिल करने वाली कंपनी रही। इस दौरान कंपनी के शेयरों में 170 फीसदी तेजी रही और…
 03 January 2025
नई दिल्ली: देश की कई हिस्सों में कड़ाके की ठंड पड़ रही है लेकिन कोल्ड ड्रिंक के बाजार में गर्मी शुरू हो गई है। गर्मियों में कोल्ड ड्रिंक का मार्केट कब्जाने…
 01 January 2025
नई दिल्ली: पिछले साल शेयर बाजार में काफी उथलपुथल देखने को मिली। एक्सपर्ट्स का मानना है कि साल 2025 इक्विटी के लिए एक चुनौतीपूर्ण साल हो सकता है। ऐसे में निवेशकों…
 01 January 2025
नई दिल्ली: पूरे उत्तर भारत में इस समय कड़ाके की सर्दी शुरू हो चुकी है। इस समय गैस सिलेंडर (Gas Cylinder) की कुछ ज्यादा ही जरूरत पड़ती है। क्योंकि हर…
 01 January 2025
नई दिल्ली: नवंबर में कोर सेक्टर की ग्रोथ सालभर पहले के इसी महीने के मुकाबले घटकर 4.3% पर आ गई। नवंबर 2023 में 7.9% ग्रोथ दर्ज की गई थी। नवंबर में…
 01 January 2025
नई दिल्ली: Whatsapp यूज करने वाले करोड़ों यूजर्स के लिए गुड न्यूज है। नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने Whatsapp Pay पर लगी यूपीआई यूजर्स की लिमिट तत्काल प्रभाव से…