यरुशलम । इजराइल-फलस्तीन के बीच भले ही थम गया हो पर यहां छुटपुट वारदातें जारी हैं। वेस्ट बैंक इलाके में इजराइलियों पर जानलेवा हमले करने के आरोपी एक फलस्तीनी-अमेरिकी व्यक्ति के परिवार के मकान को को ध्वस्त कर दिया। उसने इस व्यक्ति की अलग रह रही पत्नी के अनुरोध भी ठुकरा दिया जिसमें उसने कहा कि वह इस मकान में बमुश्किल ही कभी रहा है। वह अपने तीन बच्चों के साथ इसमें रहती थी। अमेरिका ने मकान को ध्वस्त किए जाने की निंदा की। अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता नेड प्राइस ने कहा, ‘किसी व्यक्ति के कृत्यों के कारण पूरे परिवार का घर नहीं गिराया जाना चाहिए। वेस्ट बैंक में तनाव कम करने की काफी आवश्यकता है। दंड स्वरूप मकान गिराए जाने से ऐसे वक्त में तनाव ही बढ़ेगा जब हर किसी को शांति स्थापित करने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।’ प्राइस ने कहा कि विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने अपने वरिष्ठ इजराइली समकक्ष के समक्ष इस मुद्दे को उठाया है।
इजराइली सेना रात को तुरमस अय्या गांव में घुसी और मकान को चारों तरफ से घेर लिया। सेना ने नियंत्रित विस्फोटकों की मदद से दो मंजिला मकान को गिरा दिया। इजराइल का कहना है कि मुंतसर शालाबी ने दो मई को गोलीबारी की जिसमें इजराइली छात्र येहुदा ग्वेता मारा गया और दो अन्य घायल हो गए। हमले के कुछ दिनों बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया। उसकी पत्नी सना शालाबी ने कहा कि वे कई सालों से अलग रह रहे हैं और मुंतसर अपना ज्यादातर समय न्यू मेक्सिको में बिताता है जहां उसने तीन और महिलाओं से विवाह रचाया है। पूरे परिवार के पास अमेरिका की नागरिकता है।