कलेक्टर धर्मेश साहू ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि गड़बड़ी की जानकारी लेकर उचित कार्रवाई की जाएगी। वहीं, जिला कार्यक्रम अधिकारी विजेंद्र ठाकुर ने बताया कि उन्हें भी इस मामले की शिकायत मिली है और परियोजना अधिकारी से प्रतिवेदन मंगवाया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि यदि भर्ती में गड़बड़ी पाई जाती है तो मामले की पूरी जांच होगी।
नियुक्ति प्रक्रिया में अंक प्रणाली पर संदेह
विजेंद्र ठाकुर ने आगे बताया कि नियमानुसार विधवा और परित्यक्ता महिलाओं को 15 अंक तथा एससी/एसटी श्रेणी की महिलाओं को 10 अंक दिए जाते हैं। यदि इसमें किसी भी प्रकार की गड़बड़ी हुई होगी, तो उसकी जांच कर पात्र महिला को ही नियुक्ति दी जाएगी।
क्या मिलेगी पात्र महिला को न्याय?
बहरहाल, अब यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि आंगनबाड़ी सहायिका भर्ती में हुई इस गड़बड़ी पर संबंधित अधिकारी क्या कार्रवाई करते हैं या फिर पात्र महिला पार्वती बंजारे को दर-दर की ठोकरें खाने के लिए मजबूर होना पड़ेगा।