ईरानी नेताओं को एक आंख खोल कर सोना होगा... डोनाल्ड ट्रंप की जीत के बाद एक्सपर्ट की चेतावनी, बताया क्यों बढ़ा खतरा

Updated on 11-11-2024 01:44 PM
वॉशिंगटन/तेहरान: अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में जीत के बाद ईरान के राजनीतिक नेतृत्व दहशत में है। विशेषज्ञों का कहना है कि ट्रंप का चुना जाना ईरान के लिए बेहद बुरी खबर है। अब ईरान के नेताओं को एक आंख खुली रखनी चाहिए, क्योंकि जब ट्रंप वॉइट हाउस में लौटेंगे तो मध्य पूर्व उनके एजेंडे में सबसे ऊपर होगा। पिछले साल 7 अक्तूबर को इजरायल पर हमास के हमले के बाद से यहूदी देश ईरान के प्रॉक्सी को खत्म करने के लिए जंग लड़ रहा है। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने ट्रंप की जीत पर खुशी जताई थी।
द सन की रिपोर्ट के अनुसार, विशेषज्ञों का मानना है कि डोनाल्ड ट्रंप अपने कार्यकाल की शुरुआत ईरान पर अधिकतम दबाव डालकर करेंगे और इजरायल के हाथों को मजबूत करना जारी रखेंगे। कुछ इजरायली अधिकारियों का भी मानना है कि ट्रंप ऐसे मध्य पूर्व के लिए सबसे अच्छे व्यक्ति होंगे, जो पूरी तरह से युद्ध के कगार पर है। उनके पिछले कार्यकाल को देखते हुए उनसे तनाव के बीच स्थिरता और सुरक्षा को प्राथमिकता देने की उम्मीद है।

दुश्मनों को डराते हैं ट्रंप


विश्लेषकों का कहना है कि अप्रत्याशित होने के साथ ही ट्रंप की एक और खासियत है। 'वे दुश्मनों के अंदर डर पैदा करते हैं।' द सन ने हेनरी जैक्सन सोसायटी के कार्यकारी निदेशक एलन मेंडोजा के हवाले से बताया, 'ट्रंप सुरक्षा के मामले पर दृढ़ थे, लेकिन उन्होंने लंबे समय से चली आ रही समस्याओं को हल करने के लिए साहसिक विचारों को सामने रखने की इच्छा भी दिखाई। इस व्यवहारिकता ने उन्हें ऐसे शख्स के रूप में विश्वसनीयता दिलाई, जिसमें इस क्षेत्र के भविष्य को बदलने की क्षमता है।'

मेंडोजा ने कहा कि ईरान को खासतौर पर ट्रंप के वॉइट हाउस में लौटने के बारे में बहुत सावधान रहना चाहिए। ट्रंप की वापसी ऐसे समय में हुई है, जब पिछले महीने ही इजरायल ने ईरान पर बड़ा हवाई हमला किया था। इजरायल ने कहा कि वह ईरान और उसके सहयोगियों के किए गए लगातार हमलों के जवाब में ईरान में सैन्य ठिकानों पर सटीक हमले कर रहा है।

'ईरानी नेताओं को एक आंख खुली रखनी चाहिए'


मेंडोजा ने कहा, ईरान के नेताओं को एक आंख खुली रखनी चाहिए। उन्होंने आगे कहा, 'अगर मैं तेहरान में मौलवी होता तो मैं वाकई बहुत चिंतित होता, क्योंकि वे पहले ही जानते हैं कि ट्रंप ने उनके कार्ड को मार्क कर दिया है।' ट्रंप के पिछले कार्यकाल की याद दिलाते हुए मेंडोजा ने बताया कि 'हमें यह नहीं भूलना चाहिए उन्होंने अधिकतम दबाव बनाया था।

डोनाल्ड ट्रंप ने अपने पिछले कार्यकाल के आखिरी दिनों में अमेरिकी सेना को ईरान की कुद्स फोर्स के प्रमुख कासिम सुलेमानी को मारने का आदेश दिया था। उन्होंने सुन्नी अरब राज्यों के साथ संबंध बनाकर इजरायल की स्थिति को मजबूत बनाया, जो ईरान के लिए बहुत बुरी खबर थी। आगे भी संभावना नहीं है कि ट्रंप उस नीति से अलग हो जाएंगे।

इस बीच अमेरिकी न्याय विभाग ने डोनाल्ड ट्रंप की हत्या की साजिश का खुलासा किया है। कोर्ट में न्याय विभाग ने बताया कि सितम्बर में ईरान ने डोनाल्ड ट्रंप की हत्या के लिए एक शख्स को हायर किया था। हालांकि, ईरान ने हत्या की साजिश के आरोपों को 'निराधार और मनगढ़ंत' बताकर खारिज कर दिया है।
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