नई दिल्ली। देश का निर्यात पिछले साल दिसंबर, 2020 में मामूली बढ़कर 27.15 अरब डॉलर पर पहुंच गया। इस दौरान आयात भी 7.56 प्रतिशत बढ़कर 42.59 अरब डॉलर रहा। इस तरह व्यापार घाटा बढ़कर 15.44 अरब डॉलर पर पहुंच गया। हाल ही में जारी आधिकारिक आंकड़ों में यह जानकारी दी गई है। दिसंबर, 2019 में देश का वस्तुओं का निर्यात 27.11 अरब डॉलर और आयात 39.59 अरब डॉलर रहा था। समीक्षाधीन महीने में सोने का आयात 81.82 प्रतिशत बढ़कर 4.48 अरब डॉलर पर पहुंच गया। आंकड़ों के अनुसार दिसंबर, 2020 में व्यापार घाटा 15.44 अरब डॉलर रहने का अनुमान है। इससे पिछले साल के समान महीने में यह 12.49 अरब डॉलर रहा था। इस तरह व्यापार घाटा 23.66 प्रतिशत बढ़ा है। इससे पहले अक्टूबर और नवंबर में निर्यात में गिरावट आई थी।
इस तरह निर्यात में दो महीने बाद वृद्धि हुई है। आंकड़ों के अनुसार दिसंबर में पेट्रोलियम उत्पादों का निर्यात 35.35 प्रतिशत घटकर 2.34 अरब डॉलर रह गया। वहीं सिलेसिलाए परिधानों का निर्यात 15.05 प्रतिशत घटकर 1.19 अरब डॉलर रह गया। हालांकि इलेक्ट्रॉनिक्स सामान का निर्यात 16.51 प्रतिशत बढ़कर 1.25 अरब डॉलर पर और रसायन का 10.79 प्रतिशत बढ़कर दो अरब डॉलर पर पहुंच गया। इसी तरह दिसंबर, 2020 में चावल, चाय, मसालों और खली के निर्यात में बढ़ोतरी हुई। चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-दिसंबर की अवधि में देश का निर्यात 15.73 प्रतिशत की गिरावट के साथ 200.80 अरब डॉलर रहा, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 238.27 अरब डॉलर रहा था। आयात की बात की जाए, तो दिसंबर में कच्चे तेल का आयात 10.61 प्रतिशत घटकर 9.58 अरब डॉलर रहा। दिसंबर, 2019 में यह 10.72 अरब डॉलर रहा था। चालू वित्त वर्ष के पहले नौ माह अप्रैल-दिसंबर में तेल आयात 44.49 प्रतिशत घटकर 53.69 अरब डॉलर रहा। दिसंबर, 2020 में गैर-तेल आयात 33 अरब डॉलर रहा, जो दिसंबर, 2019 की तुलना में 14.30 प्रतिशत अधिक है। अप्रैल-दिसंबर में गैर-तेल आयात 23.51 प्रतिशत घटकर 204.58 अरब डॉलर रह गया, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 267.47 अरब डॉलर रहा था। यदि वस्तुओं और सेवाओं दोनों की बात की जाए, तो देश का कुल निर्यात अप्रैल-दिसंबर में 12.65 प्रतिशत घटकर 348.49 अरब डॉलर रहा। अप्रैल-दिसंबर में कुल आयात भी सालाना आधार पर 25.86 प्रतिशत घटकर 343.27 अरब डॉलर पर आ गया।