नई दिल्ली। कानून एवं न्याय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने घोषणा करते हुए बताया कि 'भारत अब दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा मोबाइल निर्माता देश बन गया है। अभी तक देश में 300 मोबाइल मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स सेट हो चुके हैं, जिनके द्वारा 330 मिलियन मोबाइल हैंडसेट्स बनाए गए हैं। अगर साल 2014 से तुलना करें तब उस वक्त देश में 60 मिलियन स्मार्टफोन बनाए जाते थे, वहां भी सिर्फ दो मोबाइल मैन्युफैक्चरिंग प्लांट्स में इन्हें तैयार करने का काम चलता था। भारत में बने मोबाइल फोन की वैल्यू वर्ष 2014 में 3 बिलियन डॉलर थी। वहीं वर्ष 2019 में यह वैल्यू 30 बिलियन डॉलर हो गई। शाओमी इंडिया के सीईओ मनु कुमार जैन ने ट्वीट कर बताया कि 'शाओमी के 99 प्रतिशत फोन भारत में बन रहे हैं, जिनके 65 प्रतिशत पार्ट लोकल स्तर पर सोर्स किए जाते हैं।कंपनी ने 5 साल पहले भारत में अपना मैन्युफैक्चरिंग प्लांट सेट किया था। एप्पल भारत में कुछ आईफोन मॉडल्स को बनाती है,और खबर है कि कंपनी अपना ज्यादातर बिजनस चीन से भारत में शिफ्ट करना चाहती है। हालांकि यह अभी कन्फर्म नहीं हुआ है। सैमसंग ने नोएडा में दुनिया की सबसे बड़ी मोबाइल बनाने वाली फैक्ट्री सैटअप की हुई है, जहां बहुत से स्मार्टफोन मॉडल्स तैयार किए जाते हैं।इसकारण माना जा रहा है कि अन्य कम्पनियां भी भारत में धीरे-धीरे स्मार्टफोन बनाने का काम शुरू कर सकती हैं।