मुम्बई । टीम इंडिया के सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा ने कहा है कि वह बल्लेबाजी के दौरान मैदान में ज्यादा दिमाग नहीं लगाते और अपने दिल के अनुसार काम करते हैं। साथ ही रोहित ने ये भी कहा कि बल्लेबाजी करते समय वह अपने से ही बातें करते हैं। इसके साथ ही रोहित ने कहा, जब भी आप बल्लेबाजी के लिए जाते हो, तो आप यह नहीं सोचते कि आप दोहरा शतक लगायेंगे या मैं इतने रन बनाऊंगा। आप अच्छा प्रदर्शन करने के लिए जाते हैं। जब एक अच्छा प्लेटफॉर्म मिल जाता है आप 50- 60 रन बना लेते हैं, तो आगे बल्लेबाजी कैसे करनी है, टीम का स्कोर आगे कैसे लेकर जाना है, वह आपके ऊपर ज्यादा आधारित रहता है। रोहित ने कहा, मैं जब भी बल्लेबाजी करता हूं, तो अपने आप से मैं काफी बात करता हूं। मैं खुद कहता हूं, अगले ओवर में गेंदबाज शायद यह गेंद फेंक सकता है तो इसको क्या करना है, क्या नहीं करना है? उन्होंने कहा, लेकिन जब मैं पारी की शुरुआत करता हूं तो मैं कोशिश करता हूं कि अपना दिमाग बिल्कुल साफ रखूं। कुछ नहीं सोचूं, एक बार प्लेटफॉर्म मिलने के बाद अपने आप से बात करता हूं और सोचता हूं कि अब आगे क्या करना चाहिए। ये सभी चीजें मेरे लिए काफी सहायक साबित होती हैं।