उत्तराखंड में 10 साल में कितनी बढ़ी मुस्लिम आबादी? पहाड़ों में गुस्से में क्यों है लोग
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09-09-2024 05:10 PM
नई दिल्ली: 'गैर हिंदुओं, रोहिंग्या मुसलमानों और फेरी वालों का गांव में व्यापार करना, घूमना वर्जि है। अगर गांव में ऐसा कोई भी कहीं मिलता है तो दंडात्मक और कानूनी कार्रवाई की जाएगी।' यह बात उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले के कई गांवों के बाहर एक बैनर के रूप में लिखकर टांगी गई हैं। सोशल मीडिया पर भी ये तस्वीरें वायरल हो रही हैं, जिसके बाद ऐसे आदेश को लेकर विवाद बढ़ गया है। हालांकि, उत्तराखंड प्रशासन ने कई गांवों से ऐसे बोर्ड हटवा दिए हैं, मगर यह मामला गरमा गया है। यह मामला ऐसे समय में सामने आया है जब हाल ही में रुद्रप्रयाग के पड़ोसी ज़िले चमोली में नाबालिग से छेड़छाड़ के मामले में सांप्रदायिक तनाव फैल गया था। राष्ट्रीय संघ सेवक ने भी बीते जुलाई में ही यह दावा किया था कि देश के सीमावर्ती राज्यों में मुस्लिमों की आबादी बढ़ रही है। आइए-जानते हैं उत्तराखंड की आबादी की हकीकत।
उत्तराखंड की जनसंख्या की वृद्धि दर भी देश के मुताबिक ही गिरी
उत्तराखंड की 2011 की जनगणना के अनुसार, कुल आबादी 10,116,752 है। वहीं, इस दौरान भारत की आबादी की वृद्धि दर में 3.84 फीसदी की गिरावट आई है। भारत की आबादी की 2001 के 21.54 फीसदी के मुकाबले 2011 में 17.70 फीसदी रह गई। वहीं, उत्तराखंड में जनसंख्या वृद्धि दर 2001 के 20.41 फीसदी के मुकाबले अब 18.81 फीसदी रह गई है।
2001 में 1 लाख थे मुस्लिम, अब 14 लाख से ज्यादा
उत्तराखंड का गठन साल 2000 में हुआ था। उस वक्त नए बने राज्य में 2001 की जनगणना के मुताबिक करीब 1 लाख आबादी ही मुस्लिमों की थी, जो 2011 में बढ़कर 14 लाख से ज्यादा हो चुकी है। इस दौरान हिंदुओं की आबादी की वृद्धि दर 16 फीसदी थी तो पूरे दशक के दौरान मुस्लिम जनसंख्या की वृद्धिदर 39 फीसदी हो चुकी है। ये आंकड़े तब के हैं, जब बीते एक दशक से भारत की जनगणना के आंकड़े जारी नहीं हुए हैं।
10 साल में ऐसे घट गए हिंदू और बढ़ गए मुस्लिम
2001 की जनगणना के अनुसार, उत्तराखंड की आबादी में हिंदू 84.95% थे, जबकि मुस्लिम 11.92% थे। 2011 की जनगणना तक हिंदू आबादी घटकर 82.97% रह गई थी और मुस्लिम आबादी बढ़कर 13.95% हो गई थी। जो दस वर्षों में 2% की बढ़ोतरी दिखाता है।
हरिद्वार में हिंदुओं के बाद मुस्लिम आबादी ज्यादा
आश्चर्यजनक रूप से हरिद्वार में मुस्लिमों की आबादी भी काफी ज्यादा है। हरिद्वार एक तीर्थनगरी है। इसके बाद भी यहां पर हिंदुओं के बाद दूसरे नंबर मुस्लिम ही सबसे ज्यादा हैं। 2011 की जनगणना के अनुसार, देहरादून, नैनीताल, हरिद्वार और ऊधमसिंह नगर इन चारों जिलों में औसत हिंदू आबादी करीब 75 फीसदी है। वहीं, औसत मुस्लिम आबादी 20.5 फीसदी है।
पहाड़ों में क्यों बढ़ रहा है समुदाय विशेष के खिलाफ गुस्सा
उत्तराखंड के चमोली जिले के बीते हफ्ते नंदानगर घाट में एक विशेष समुदाय के युवक की ओर से नाबालिग लड़की के साथ छेड़खानी के बाद जमकर हंगामा हुआ था। गुस्साए स्थानीय लोगों ने एक विशेष समुदाय के व्यक्ति के दुकान पर तोड़फोड़ कर दी। करीब 500 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। आक्रोशित लोगों का कहना है कि पहाड़ों में लगातार ऐसी घटनाएं बढ़ती जा रही है। लोगों को अपने बच्चों की चिंता भी सताने लगी है। लोगों का कहना था कि पहाड़ों में भी अब बेटियां सुरक्षित नहीं है। वहीं, सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि महिलाओं की अस्मिता और सम्मान हमेशा सर्वोपरि है। किसी भी महिला या बेटी के साथ होने वाली अप्रिय घटना की वे निंदा करते हैं। सीएम ने कहा कि कानून प्राथमिकता के साथ अपराधी को सजा देगा, देवभूमि में ऐसी घटनाएं बर्दाश्त नहीं की जा सकती है।