कोझिकोड । जानेमाने अर्थशास्त्री जयां द्रेज ने गरीबी की समस्याओं को दूर करने के प्रयास के तहत शहरी रोजगार गारंटी योजना की जोरदार वकालत की। इस योजना को उन्होंने विकेन्द्रीकृत शहरी रोजगार और प्रशिक्षण (डीयूईटी) नाम दिया। उन्होंने कहा कि इसका उपयोग शहरों और कस्बों में शैक्षणिक संस्थानों, अस्पतालों, बस और रेलवे स्टेशनों की साफ-सफाई जैसे कामों के लिए किया जा सकता है।
उन्होंने कहा कोविड-19 महामारी के प्रकोप के चलते ऐसा करना जरूरी है। उन्होंने यह सुझाव तीन दिवसीय लैंगिंग समानता पर अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन (आईसीजीई-दो 2021) में दिया, जिसका आयोजन यूएन वुमेन के साथ मिलकर केरल सरकार के महिला और बाल विकास विभाग ने किया था।
द्रेज ने कहा कि डीयूईटी के तहत कम से कम एक तिहाई नौकरियां महिलाओं को दी जा सकती है। सुझाव दिया कि फर्जी कर्मचारियों के रूप में भ्रष्टाचार को रोकने के लिए नियोक्ताओं को नकद लाभ उपलब्ध कराने की जगह जॉब स्टैंप जारी करने चाहिए। उन्होंने केरल सरकार से इन सुझावों को पायलट आधार पर शुरू करने के लिए कहा।