नई दिल्ली: भारत और एशिया के दूसरे बड़े रईस गौतम अडानी ने एक बार फिर तेजी से अपने ग्रुप का विस्तार करना शुरू कर दिया है। भारत ही नहीं विदेशों में भी वह आक्रामक तरीके से अपना बिजनस बढ़ाने में लगे हैं। इसी कड़ी में अडानी ग्रुप की होल्डिंग कंपनी अडानी एंटरप्राइजेज ने अपनी विस्तार योजनाओं के तहत अफ्रीकी देश केन्या में एक एयरपोर्ट को खरीदने और इसे चलाने की योजना बनाई है। इसके लिए उसने केन्या में एक कंपनी स्थापित की है। इस कंपनी का नाम एयरपोर्ट्स इन्फ्रास्ट्रक्चर रखा गया है। कंपनी केन्या की राजधानी नैरोबी के जोमो केन्याटा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का प्रबंधन अपने हाथ में लेना चाहती है।
मीडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार केन्या के ट्रांसपोर्ट वर्कर इसका विरोध कर रहे हैं। उन्हें आशंका है कि इससे उनकी नौकरी जा सकती है। स्टॉक एक्सचेंजेज को दिए गए एक बयान में कहा गया है कि अडानी एंटरप्राइजेज ने अपनी अबू धाबी स्थित अपनी सहायक कंपनी ग्लोबल एयरपोर्ट्स ऑपरेटर के माध्यम से एयरपोर्ट्स इन्फ्रास्ट्रक्चर की स्थापना की है। कंपनी ने केन्या सरकार को 2029 तक एक नए टर्मिनल और टैक्सीवे सिस्टम के लिए $750 मिलियन के निवेश का प्रस्ताव दिया है। साथ ही 2035 तक एयरपोर्ट में सुधार के लिए अतिरिक्त $92 मिलियन का निवेश करने की भी योजना है। अगर यह डील हो जाती है तो यह भारत के बाहर अडानी ग्रुप का पहला एयरपोर्ट होगा। अभी यह ग्रुप देश में आधा दर्जन से अधिक एयरपोर्ट्स का संचालन करता है।
लिस्टिंग की योजना
भारत की एक और कंपनी जीएमआर फिलीपींस में मैकटन सेबू इंटरनेशनल एयरपोर्ट का संचालन करती है। हैदराबाद की इस कंपनी ने ग्रीस में क्रेते एयरपोर्ट के साथ-साथ इंडोनेशिया में कुआलानामु इंटरनेशनल एयरपोर्ट के संचालन के लिए डील की है। अडानी एंटरप्राइजेज की योजना वित्त वर्ष 2028 तक अपनी सहायक कंपनी अडानी एयरपोर्ट होल्डिंग्स को लिस्ट कराने की है। यह ग्रुप के एयरपोर्ट बिजनस को संभालती है। गौतम अडानी 102 अरब डॉलर की नेटवर्थ के साथ भारत और एशिया के दूसरे बड़े रईस हैं।