भोपाल । स्वच्छता
सर्वेक्षण 2020 में मध्य प्रदेश का इंदौर शहर पहला नंबर पर रहा है। इंदौर ने लगातार
चौथी बार देश के सबसे स्वच्छ शहर का अवार्ड पाया है। वहीं प्रदेश के कुल चार शहर टॉप
20 में शामिल हुए हैं। इनमें सातवें नंबर पर भोपाल, 13वें पर ग्वालियर और 17वें पर
जबलपुर रहा है। केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने सीएम शिवराज सिंह से बात करते हुए
बताया कि जब एक बार वे इंदौर आए थे तो उनके जापानी मित्र ने उसने कहा था कि मैं शहर
में गंदगी ढूंढने निकला था लेकिन मिली नहीं। केंद्रीय मंत्री पुरी ने कहा कि यह बहुत
बड़ी उपलब्धि है जब दूसरे देश जहां सफाई को लेकर विशेष ध्यान दिया जाता है, वहां के
लोग ऐसी बात कहें। स्वच्छता सर्वेक्षण में इस बार भोपाल की रैंकिंग सुधकर 7वें नंबर
पर आ गई है। पिछले साल यह 19वें नंबर पर था। इस बार भोपाल को 6 हजार में से
5066.31 अंक मिले हैं। इसके पहले हुए सर्वेक्षण में भोपाल को एक बार सबसे स्वच्छ राजधानी
भी घोषित किया जा चुका है, लेकिन इस बार यह खिताब नहीं मिला। ग्वालियर शहर इस बार स्वच्छता
सर्वेक्षण में 46 अंकों की छलांग लगाकर 59 से 13 वें नंबर पर पहुंच गया है।इस बार
10 लाख आबादी वाले स्वच्छ शहरों की सूची में जबलपुर ने 17 वीं रैंक हासिल की है। इस
बार शहर की रैंकिंग गिर गई है। जबलपुर को सिटीजन फिडबैक में अवॉर्ड मिला है। छोटे शहरों
में मध्य प्रदेश के खरगोन ने पांचवा स्थान प्राप्त किया है। वहीं उज्जैन को 12वां,
बुरहानपुर को 14वां, सिंगरौली को 15वां और छिंदवाड़ा को 16वां स्थान मिला है। जबलपुर
जिले की नगर पालिका परिषद सिहोरा को स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 के तहत एक लाख से कम जनसंख्या
वाले शहरों में सिटिजन लेड इनोवेशन केटेगरी में ग्राउंड वाटर रिचार्जिंग के लिए पुरुस्कार
मिला है। केंद्रीय आवास एवं शहरी विकास मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग
के माध्यम से यह पुरस्कार प्रदान किया, साथ ही निकाय को राज्य में 11वां स्थान एवं
पश्चिम जोन में 67वां स्थान प्राप्त हुआ। जो कि पिछले वर्ष के स्वच्छता परिणामों से
बेहतर है। स्वछता सर्वेक्षण रैंकिंग में सिवनी 134 से 82 पायदान आगे बढ़कर 52 वे नंबर
में आ गया है। पहली बार के सर्वेक्षण में सिवनी 178 वें स्थान पर रहा था। अब भी स्वच्छता
अभियान में कमियां है जिसके कारण सिवनी टॉप रैंकिंग में स्थान नहीं बना पा रहा है।