हालांकि म्यूचुअल फंड्स का अडानी ग्रुप के अधिकांश शेयरों पर भरोसा बना हुआ है। एसीसी में म्यूचुअल फंड्स की होल्डिंग जून तिमाही में 122 बीपीएस बढ़ गई। इसी तरह अडानी पोर्ट्स में उनकी हिस्सेदारी में 22 बीपीएस और अडानी एनर्जी में 16 बीपीएस बढ़ी है। हालांकि अंबूजा सीमेंट्स में उन्होंने अपनी हिस्सेदारी घटाई है। संयोग की बात है कि रिटेल इनवेस्टर्स ने भी इसी शेयर में अपनी हिस्सेदारी कम की है। इस दौरान छोटे निवेशकों ने अडानी ग्रुप के नौ शेयरों में हिस्सेदारी बढ़ाई। पांच कंपनियों अंबूजा सीमेंट्स, अडानी पावर, अडानी ग्रीन एनर्जी, अडानी एंटरप्राइजेज और अडानी एनर्जी में प्रमोटर हिस्सेदारी में बढ़ोतरी हुई।