लंदन । ब्रिटेन का नाम आते ही एक प्रगतिवादी सोच वाला देश सामने आता है लेकिन यहां एक बेहद विचलित करने वाला मामला सामने आया है। यहां एक पिता ने जबदस्ती अपनी बेटी का कौमार्य परीक्षण (वर्जिनिटी टेस्ट) करवाया, जिससे युवती को काफी दर्द और अपमान सहना पड़ा। युवती ने बताया कि कौमार्य परीक्षण के वक्त उसे ऐसा लग रहा था कि जैसे कोई उसका रेप कर रहा हो। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, शख्स ने अपनी बेटी का कौमार्य परीक्षण इसलिए करवाया क्योंकि वो उसकी शादी बांग्लादेश में रहने वाले उसके कजिन से करना चाहता था। युवती की उम्र इस वक्त 19 साल है। उसने कहा कि मैं आज भी उस खौफनाक घटना को याद करके डर जाती हूं। युवती ने कहा कि ये घटना मेरे लिए किसी अपमान से कम नहीं थी। जब मैं डॉक्टर के क्लीनिक में गई तो उसने मुझे कपड़े उतारने के लिए कहा। मुझे उस वक्त बहुत शर्म आ रही थी लेकिन पिता के डर से मुझे ये करना पड़ा। इसके बाद डॉक्टर ने मुझे आपत्तिजनक तरीके से छुआ, उस दौरान मुझे बहुत दर्द हो रहा था। मैं चीखती चिल्लाती रही लेकिन डॉक्टर और मेरे पिता को मेरे ऊपर दया नहीं आई। मेरे पिता दरवाजे के बाहर ही खड़े थे, उन्होंने भी डॉक्टर को नहीं रोका।
रिपोर्ट के अनुसार, यूनाइटेड किंगडम में हजारों युवतियों को शादी से पहले कौमार्य परीक्षण करवाना पड़ता है और इस दर्द को सहना पड़ता है क्योंकि लड़की पक्ष को दूल्हे के परिजनों के सामने साबित करना होता है कि उनकी बेटी पवित्र है। यहां कौमार्य परीक्षण को एक सबूत के तौर पर देखा जाता है। एंटी हॉरर एब्यूज चैरिटी फ्रीडम की फाउंडर अनीता प्रेम ने कहा कि कौमार्य परीक्षण लड़कियों के साथ बर्बरता है। ब्रिटिश समाज में इसकी कोई जगह नहीं होनी चाहिए। पहले माना जाता था कि ये टेस्ट सिर्फ साउथ ईस्ट एशिया और अफ्रीका के लोग ही करवाते हैं लेकिन अब क्रिश्चन लड़कियों के साथ भी ऐसा हो रहा है। ये बहुत ही शर्मनाक और अशोभनीय है।