आर्थिक संकट से जूझ रहा प्लास्टिक उद्योग को केन्द्र और राज्य सरकारों से राहत की उम्मीद

Updated on 15-01-2021 11:45 PM

नई दिल्ली वैश्विक महामारी कोरोना में प्लास्टिक उद्योग को भी काफी नुकसान उठना पड़ा है। अब कच्चे माल के दाम बढ़ने से निर्माताओं की चिंता बढ़ गई है। सभी चाहते हैं कि रॉ मैटेरियल के दाम कम हो या इस पर नियंत्रण होगा, तब प्रॉडक्शन अच्छा होगा।लॉकडाउन में काफी श्रमिक घर जा चुके हैं, जो अब तक नहीं लौटे हैं। आर्थिक तंगी झेल रही प्लास्टिक सामाना बना रहे माइक्रो इंडस्ट्री को सरकार से कई तरह की राहत की दरकार है। कारोबारियों की मांग है कि वर्ष 2021 में केंद्र और राज्य, दोनों सरकारें प्लास्टिक उद्योग को उबारने का प्रयास करे। उनका कहना है कि सिंगल यूज प्लास्टिक को एकदम से हानिकारक बताना भी ठीक नहीं है। कोरोना काल में हेल्थ, फूड और पैकेजिंग सेक्टर में प्लास्टिक ने महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है।

ऑल इंडिया प्लास्टिक इंडस्ट्री एसोसिएशन के संरक्षक रवि अग्रवाल का कहना है कि दाना बनाने वाली कंपनियां मनमाने ढंग से कीमतें बढ़ाती हैं, इसकारण प्लास्टिक उत्पादों के निर्माताओं को नुकसान होता है। हमें आशा है सरकार 2021 में ऐसा प्रबंध करे कि माइक्रो प्रोसेसिंग इंडस्ट्री में कच्चे माल के दाम में स्थिरता हो। कम से कम एक महीने तक कच्चे माल के रेट स्थिर रहने चाहिए। कई कंपनियां अनाप-शनाप डिस्काउंट्स भी देती हैं, जिसकी वजह से छोटे निर्माताओं को मुनाफा खत्म हो जाता है। सरकार एक रेग्यूलेटरी संस्था बनाए, ताकि सभी तरह के व्यापारियों को एक दाम पर माल मिले। इंडस्ट्री से करोड़ों लोगों का रोजगार जुड़ा है। दिल्ली सरकार ने न्यूनतम मजदूरी बढ़ाई है, जिस पर पुनर्विचार किया जाए। छोटी फैक्ट्री मालिकों को आसान किश्तों को लोन मिलना चाहिए। बिजली के फिक्स चार्ज में छूट दी जाए। देश में छोटी इंडस्ट्री सबसे अधिक रोजगार देती है, जिस पर 34 प्रतिशत एक्सपोर्ट भी निर्भर है।

वहीं दिल्ली प्लास्टिक पैकेजिंग इंडस्ट्री एसोसिएशन के प्रेसिडेंट दिनेश कुमार का कहा है कि लॉकडाउन में काफी श्रमिक अपने घर चले गए। अभी तक सारे मजदूर वापस नहीं आए हैं। इसकी वजह से प्रॉडक्शन पर असर पड़ रहा है। कच्चे माल की कीमत काफी बढ़ गई है। प्लास्टिक पैकेजिंग के रॉ मैटरियल में करीब 40 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है, जिसका इंडस्ट्री पर बुरा असर पड़ रहा है। सरकार की ओर जो राहत पैकेज मिलना चाहिए था, वह नहीं मिला। आशा है एमनेस्टी स्किम लाकर पानी और हाउस टैक्स में राहत मिलेगी। पैकेजिंग इंडस्ट्री ने कोरोना को कंट्रोल करने में काफी सहयोग किया। पीपीई किट, डिस्पोजेबल ग्लब्स भी हमारी इंडस्ट्री से जुड़ी है। सरकार सिंगल यूज प्लास्टिंग बंद करने की बात करती है, तो इस पर फिर से विचार किया जाना चाहिए। ये कभी बंद नहीं हो सकती है।

Advt.

अन्य महत्वपुर्ण खबरें

 11 January 2025
नई दिल्ली: अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी का नाम देश-दुनिया के अमीरों में शुमार है। इनकी गिनती दुनिया के टॉप 20 अमीरों में होती है। इनके ग्रुप की कई कंपनियां अच्छा प्रदर्शन…
 11 January 2025
नई दिल्‍ली: चीन भारत को बड़े खतरे की तरह देखने लगा है। सबूत यह है कि वह भारत में आईफोन बनाने वाली फैक्ट्रियों को रोकने की कोशिश में जुट गया है।…
 11 January 2025
नई दिल्ली: केंद्रीय कर्मचारियों के लिए खुशखबरी है। वे कुछ शर्तों के साथ 42 दिन की स्पेशल छुट्टी ले सकते हैं।  नेशनल ऑर्गन एंड टिश्यू ट्रांसप्लांट ऑर्गेनाइजेशन (NOTTO) ने कहा है…
 11 January 2025
नई दिल्ली: बैंकों के लिए यह अनिवार्य है कि वे ईएमआई पर आधारित सभी तरह के पर्सनल लोन फिक्स्ड इंटरेस्ट रेट पर दें। भारतीय रिजर्व बैंक ने शुक्रवार को यह बात…
 10 January 2025
नई दिल्ली: विदेशी निवेशकों का भारतीय बाजार के पैसा निकालने का सिलसिला नए साल में भी जारी है। साल के पहले 7 दिनों में विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) ने दो…
 10 January 2025
नई दिल्ली: इंजीनियरिंग सेक्टर की दिग्गज कंपनी लार्सन एंड टुब्रो के चेयरमैन और एमडी एसएन सुब्रह्मण्यम सोशल मीडिया पर जमकर ट्रोल हो रहे हैं। Reddit पर उनका एक वीडियो आया है…
 10 January 2025
नई दिल्ली: हाल ही में शेयर बाजार में जबरदस्त तेजी (bull run) चली, तो निवेशकों में खूब जोश था। ज्यादा रिस्क, ज्यादा मुनाफे की उम्मीद में लोग नैनो-कैप स्टॉक (छोटे शेयरों)…
 10 January 2025
नई दिल्ली: 2025 में भारतीय घरों की आमदनी और बचत को लेकर काफी चिंताएं हैं। लोकल सर्कल्स के सर्वे के मुताबिक, सिर्फ 24% परिवारों को भरोसा है कि उनकी सालाना आय…