मुंबई। देश में कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए लॉक डाउन लागू है. इस बीच अन्य राज्यों में फंसे प्रवासी मजदूरों द्वारा पैदल ही अपने राज्य के लिए निकल जाने से सरकार की काफी फजीहत हुई जिसके बाद आनन-फानन में केंद्र सरकार ने देशभर में १५ यात्री गाड़ी चलाने का निर्णय लेते हुए उन ट्रेनों की टिकटों को तीन गुना दाम पर बेचा. अब बंद पड़ी घरेलू एयरलाइंस शुरू करने की कवायद तेज हो गई है. डायरेक्ट्रेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (डीजीसीए) ने मुंबई सहित देश के प्रमुख हवाई अड्डों और एयरलाइंस कंपनियों को निर्देश दिया है कि वे केंद्र से हरी झंडी मिलते ही उड़ानें शुरू करने के लिए तैयार रहें. इसके तहत शुरुआत में कुछ विमानों का संचालन किया जाएगा. ड्ग्स और ब्यूरो ऑफ सिविल एविएशन (बीसीएएस) ने विमान सेवा शुरू होने से पहले यात्रियों की सुरक्षा के बारे में निर्देश जारी किए हैं. इसके तहत मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे ने तैयारी शुरू कर दी है. तैयारियों की समीक्षा के लिए डीजीसीए और बीसीएएस की एक टीम ने मुंबई हवाई अड्डे का दौरा किया. एयरपोर्ट सूत्रों के अनुसार, डीजीसीएऔर बीसीएएस की टीम ने स्थानीय अधिकारियों के साथ विचार-विमर्श किया. टीम ने कुछ सुझाव दिए हैं. पहले चरण में यह सेवा दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई, बेंगलुरु जैसे प्रमुख हवाई अड्डों से शुरू होगी. उड़ानें महानगरों और ‘ए’ क्लास शहरों के लिए शुरू की जाएंगी. यदि दूसरी श्रेणी के शहर केवल दो घंटे की दूरी पर हैं तो एक एयरलाइन होगी. इन दो घंटों के दौरान यात्रियों को नास्ता नहीं परोसा जाएगा. एयरपोर्ट अथॉरिटी ने हवाई अड्डे में प्रवेश द्वार पर संक्रमण रोकने के लिए योजना तैयार की है. प्रवेश के दौरान कॉन्टैक्टलेस सिस्टम तैयार किया गया है, जिससे कोई यात्री एक-दूसरे के संपर्क में न आ सके. हवाई अड्डा पहुंचने के बाद यात्री सबसे पहले बैगेज ट्रॉली के संपर्क में आते हैं, इससे संक्रमण की आशंका होती है. इस समस्या के समाधान के लिए एक कीटाणुनाशक सुरंग बनाई गई है. इसके साथ ही यात्रियों के बीच सामाजिक दूरी बनाए रखने के लिए मुंबई एयरपोर्ट पर चिन्ह लगाए गए हैं. दस्तावेजों की जांच से पहले यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग की व्यवस्था की गई है. टिकट और आईडी प्रूफ की स्कैनिंग बिना छुए की जाएगी. हर आवश्यक प्वाइंट पर यात्रियों को सैनिटाइजर उपलब्ध कराया जाएगा.
महंगी हो सकती है हवाई यात्रा
एक अनुमान के अनुसार सामाजिक दूरी के कारण विमान यात्रियों के आवागमन में 30 फीसदी तक कमी आ सकती है. सामाजिक दूरी के नियमों के कारण हवाई यात्रा महंगी हो सकती है. डीजीसीए और बीसीएएस ने अत्यधिक सावधानी बरतने के लिए यात्रियों को कम से कम सामान रखने के लिए कहा है. इस संबंध में एयरलाइंस और प्रमुख हवाई अड्डों को निर्देश दिए गए हैं.