नई दिल्ली । सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर सबसे लोकप्रिय कंपनी फेसबुक ने अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में शानदार प्रदर्शन करते हुए अपने मुनाफे में वृद्धि दर्द की है। यह भी तब जबकि कंपनी व्हाट्सएप प्राइवेसी पॉलिसी को लेकर चल रहे विरोध का सामना कर रही है। फैक्टसैट द्वारा कराए गए एक सर्वे में जानकारों ने बताया कि फेसबुक ने अक्टूबर से दिसंबर के दौरान 11.22 अरब डॉलर या 3.88 डॉलर प्रति शेयर का मुनाफा हासिल किया। इससे एक साल पहले की समान अवधि के मुकाबले यह 53 प्रतिशत अधिक है। तिमाही के दौरान कंपनी की आय 22 प्रतिशत बढ़कर 28.07 अरब डॉलर हो गई। फेसबुक का मंथली यूजर बेस 12 प्रतिशत बढ़कर 2.8 अरब हो गया। कोरोना वायरस महामारी के चलते लोगों के घर में रहने से फेसबुक के यूजर्स में बढ़ोतरी हुई और डिजिटल विज्ञापन से आय बढ़ी है। हालांकि, कंपनी ने इस साल अपनी आय में अनिश्चतता का अनुमान भी जताया है। कंपनी के मुताबिक वर्ष 2021 के दूसरे हिस्से में आमदनी को लेकर महत्वपूर्ण दबाव का सामना कर सकती है। फेसबुक में 2020 के अंत तक 58,604 कर्मचारी काम कर रहे थे।
फेसबुक, व्हाट्सएप प्राइवेसी पॉलिसी और टारगेट ऐड के संबंध में भी चुनौतियों का सामना कर रही है। सबसे ज्यादा ऐपल की प्राइवेसी सुरक्षा से फेसबुक को दिक्कत है। इससे टारगेटेड विज्ञापन देने की फेसबुक की क्षमता सीमित हो सकती है। गौरतलब है कि हाल ही में फेसबुक के सीईओ मार्क जुकरबर्ग ने व्हाट्सएप की प्राइवेसी पॉलिसी के अपडेट का बचाव किया है। उन्होंने कहा कि यह ऐप में बिजनेस के लिए ऑप्शनल एक्सपीरियंस को आसान बनाने के उद्देश्य से है। एक वेबसाइट के मुताबिक जुकरबर्ग ने 28 जनवरी को एक बयान में कहा कि कंपनी व्हाट्सएप में बिजनेस से जुड़े लेनदेन को आसान बनाने के लिए नई सुविधाएं विकसित कर रही है। लिहाजा, सिक्योर होस्टिंग इंफ्रास्ट्रक्चर का उपयोग करके बिजनेस को स्टोर करने और उनके वाट्सऐप चैट को मैनेज करने के लिए टूल डेवलप किया जा रहा है। यदि यूजर्स को यह पसंद नहीं है, तो क्लाउड प्रोवाइडर्स के साथ बिजनेस शेयर करने से बचें, व्हाट्सऐप से बचने की कोई जरूरत नहीं है।