मैड्रिड । करीब 13 करोड़ साल पहले धरती पर पाए जाने वाले शाकाहारी डायनासोर का आकार किसी यात्री बस के बराबर था। इसके उस्तरे जैसे तेज नाखून पल भर में किसी भारी भरकम जानवर के सिर को अलग कर सकते थे। इतने पैने नाखून होने के बावजूद यह डायनासोर शाकाहारी था। दुनिया के सबसे खतरनाक डायनासोर में से एक पोर्टेलसॉरस सोस्बायनाती के जीवाश्म से वैज्ञानिकों को कई अहम जानकारियां मिली हैं।
स्पेन की जौउमे आई यूनिवर्सिटी की रिसर्च टीम ने बताया कि पोर्टेलसॉरस सोस्बायनाती नाम का यह डायनासोर 26 फीट से अधिक लंबा था।
इसके अंगूठों के अंत से एक कील जैसी घातक नाखून निकली हुई थी।, जबकि पांचों अंगुलियों में किसी उस्तरे से पैने नाखून थे। इन नाखूनों के जरिए यह डायनासोर अपने दुश्मनों का काम पल भर में तमाम कर देता था। इन्हीं नाखूनों के डर से कोई भी दूसरा जानवर इस डायनासोर के पास जाने से भी घबराता था। इस स्टडी के लेखक डॉ एंड्रेस सैंटोस-क्यूबेडो ने बताया कि शिकारियों से लड़ते समय डायनासोर का यह हथियार सबसे ज्यादा काम आता था। इसके अलावा वह इन नुकीले और पैने नाखूनों का इस्तेमाल फलों को काटने के लिए भी करता था। पोर्टेलसॉरस सोस्बायनाती स्टायरकोस्टर्नन कहे जाने वाले इगुआनोडोन्स के एक विशेषज्ञ समूह का सदस्य था। यह जीव आज से 13 करोड़ साल पहले एक ऐसे क्षेत्र में घूमता था जो अब आधुनिक स्पेन है। इस डायनासोर के सिर में बड़े नथुने भी थे, जिससे यह छोटे से छोटे गंध को सूंध सकता था।
यही कारण है कि यह अंधेरे में भी अपने चारागाह को आसानी से पहचान लेता था। इसकी एक लंबी और भारी पूंछ भी थी जिसे वह 10 फीट ऊंचे शरीर को संतुलित करने के लिए हवा में लहराता रहता था। इस शिकारी डायनासोर का वजन करीब चार टन के आसपास था। डॉ सैंटोस-क्यूबेडो ने कहा कि यह एक नुकीला अंगूठा और बढ़े हुए नथुने वाला बड़ा जानवर था। इसके बावजूद यह पौधे आधारित शाकाहारी आहार खाता था।पोर्टेलसॉरस सोस्बायनाती को कैटेलोनिया में एक प्रागैतिहासिक पशु कब्रिस्तान में खोदी गई जबड़े की हड्डी से पहचाना गया था। यह जानवर शाकाहारी डायनासोर का चचेरा भाई है जिसके अवशेष आधुनिक चीन और नाइजर में पाए गए हैं।