पेइचिंग । गलवान घाटी में खूनी हमला करने वाले चीन ने माना है कि भारतीय जवानों ने पलटवार कर चीनी कमांडर की फाबाओ सहित कई पीएलए के सैनिकों को घेर लिया था।इतना ही नहीं चीन ने 5 माह बाद अपने सैनिकों के मरने की संख्या को भी बदल दिया है। चीन ने कहा है कि गलवान हिंसा में उसके 4 नहीं, बल्कि 5 सैनिक मारे गए थे।चीनी मीडिया ने कहा कि 33 साल के बटालियन कमांडर चेन होंगजून ने सीमा पर ड्यूटी निभाते हुए भारत के साथ संघर्ष में चार अन्य साथियों के साथ जान गवां दी। ये सभी सैनिक शिंजियांग मिलिट्री कमांड के थे और कराकोरम की पड़ाड़ियों पर तैनात थे।इसके पहले फरवरी में चीन ने पहली बार माना था कि उसके 4 सैनिकों की गलवान हिंसा में मौत हुई थी।
ड्रैगन ने यह स्वीकारोक्ति उस समय पर की थी कि जब पैंगोंग झील से चीन और भारत की सेनाएं पीछे हट रही थीं। भारत का मानना है कि गलवान हिंसा में चीन के मरने वालों की संख्या चीन के आधिकारिक ऐलान से कहीं ज्यादा है। रिपोर्ट के मुताबिक अब तक यह कहा जा रहा था कि भारतीय सैनिक गलवान में कम पड़ गए थे लेकिन अब चीन ने माना है कि उसके कमांडर सहित कई जवान हिंसा के दौरान घिर गए थे। यही नहीं जब भारतीय सैनिक भारी पड़ने लगे तब चीनी सेना ने और सैनिकों को बुला लिया था।लड़ाई के दौरान जब रेजिमेंटल कमांडर कि फाबाओ को भारतीय सैनिकों ने घेर लिया,तब चेन होंगजून ने अपने साथ अन्य सैनिकों को लिया और आगे बढ़ गए ताकि भारतीय जवानों की लाठी और पत्थरों का मुकाबला कर सकें। चेन ने अपने शरीर को एक ढाल बनाकर कमांडर को बचा लिया।