वॉशिंगटन। अमेरिकी में हुई नई रिसर्च में पता चला है कि कोरोना संक्रमण के बाद डायबिटीज तेजी से बढ़ रही है। ऐसा लगता है कि कोरोना महामारी अब डायबिटीज की महामारी ला सकती है। रिसर्च में बताया गया है कि कोरोना से संक्रमित होने के बाद स्वस्थ लोगों में डायबिटीज के नए मामले सामने आ रहे हैं। ये ऐसे लोग हैं जिन्हें इससे पहले डायबिटीज की शिकायत नहीं थी।
अमेरिका के बॉस्टन चिल्ड्रेंस हॉस्पिटल की हालिया रिसर्च कहती है, इटली में मार्च और मई 2020 के बीच कोरोना के 551 मरीज भर्ती हुए। इनमें से 46 फीसदी मरीजों में संक्रमण के बाद से ब्लड शुगर बढ़ा हुआ पाया गया। इनमें हायपरग्लायसीमिया की शुरुआत हुई। 35 फीसदी मरीजों में करीब 6 महीने बाद भी ब्लड शुगर बढ़ा हुआ पाया गया। शोधकर्ताओं का कहना है, कोरोना होने पर सामान्य लोगों के मुकाबले, हाई ब्लड शुगर वाले मरीजों की हालत ज्यादा बिगड़ती है। इन्हें लम्बे समय तक हॉस्पिटल में भर्ती रहना पड़ता है। ऑक्सीजन की अधिक जरूरत पड़ती है। वेंटिलेशन का ज्यादा ख्याल रखना पड़ता है।
शोधकर्ता फियोरिना कहती हैं, यह पहली स्टडी है जो बताती है कि कोविड का सीधा असर पेन्क्रियाज पर होता है। यह सीधा संकेत है कि पेन्क्रियाज भी कोरोना वायरस का टार्गेट है।अध्ययन के मुताबिक, हायपर ग्लाइसीमिया के मरीजों में हार्मोन का स्तर भी एब्नॉर्मल हो गया था। इनमें इंसुलिन हार्मोन का स्तर बहुत ज्यादा बढ़ गया था।