नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस साकेत कोर्ट में 83 विदेशी नागरिकों के खिलाफ 20 आरोप पत्र दाखिल करेगा। मामला इन विदेशी नागरिकों के तबलीगी जमात से जुड़े होने का है। बता दें कि भारत में जब कोरोना वायरस के संक्रमण की शुरुआत हुई तो निजामुद्दीन मरकज सुर्खियों में आ गया। यहां एकसाथ कई लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए। इतना ही नहीं देश के विभिन्न हिस्सों में तबलीगी जमात से जुड़े हजारों लोगों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई।
इधर, कोरोना को लेकर बरती गई बड़ी लापरवाही के आरोप में तबलीगी जमात प्रमुख मौलाना साद के खिलाफ दर्ज मामले की जांच में क्राइम ब्रांच एक कदम और आगे बढ़ी है। क्राइम ब्रांच ने मरकज प्रबंधन से जुड़े और साद के करीबी पांच नामजद आरोपियों के पासपोर्ट सहित कुछ अन्य दस्तावेज जांच के लिए कब्जे में लिए हैं। पांचों आरोपी मौलाना साद के करीबी नेटवर्क में होने के कारण मरकज की महत्वपूर्ण यूनिट की कमान संभालते थे। जांच टीम की इस कार्रवाई के बाद अब इनमें से कोई भी आरोपी जांच-पड़ताल की प्रक्रिया पूरी हुए बगैर देश से बाहर नहीं जा पाएगा। बताया जाता है कि इन्हीं आरोपियों की जानकारी में मौलाना साद मरकज से जुड़े सभी बड़े फैसले लेते थे। टीम मौलाना साद के घर और फार्म हाउस पर भी छापे मार चुकी है।