सेंट जोंस । कोरोना वायरस के कारण पूरी दुनिया के साथ ही क्रिकेट भी पूरी तरह से ठप्प पड़ा हुआ है। मैच न होने के कारण ज्यादातर बोर्ड कंगाली की कगार पर पहुंच चुके हैं। ऐसे में नुकसान को कम करने के लिए बोर्ड स्टाफ में कटौती कर रहे हैं, वहीं अब क्रिकेटर्स की सैलरी में भी कटौती होनी शुरू हो गई है। क्रिकेट वेस्टइंडीज ने महामारी से पैदा हुई आर्थिक तंगी के कारण पूरी क्षेत्रीय क्रिकेट प्रणाली में फंड और वेतन देने में अस्थायी रूप से 50 प्रतिशत कटौती की घोषणा की। यह फैसला वित्तीय रणनीतिक सलाहकार समिति की सिफारिशों के बाद क्रिकेट वेस्टइंडीज के निदेशक बोर्ड की टेली कॉन्फ्रेंस बैठक के बाद लिया गया।
क्रिकेट वेस्टइंडीज ने बयान में कहा कि इस समय दुनिया भर में कोई भी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट नहीं खेला जा रहा है और काफी अनिश्चितता बनी हुई है कि नियमित रूप से क्रिकेट गतिविधियां कब शुरू होंगी। दुनियाभर में कई अन्य अंतरराष्ट्रीय खेल संस्थानों की तरह क्रिकेट वेस्टइंडीज को भी आय में काफी नुकसान हो रहा है और हमारे परिचालन पर भी लंबे समय तक प्रभाव भी पड़ेगा। इसमें कहा गया कि क्रिकेट वेस्टइंडीज के निदेशक बोर्ड ने उस योजना पर सहमति जताई है, जिससे हम भविष्य को सुरक्षित करने की उम्मीद कर सकते हैं और कम से कम हमसे जुड़े सभी लोगों को नौकरी की सुरक्षा तो प्रदान कर ही सकते हैं।
क्रिकेट वेस्टइंडीज के अध्यक्ष स्केरिट ने कहा कि यह महामारी वेस्टइंडीज के प्रत्येक व्यक्ति को नुकसान पहुंचा रही है और स्टाफ और खिलाड़ियों के वेतन में कटौती करने का फैसला काफी मुश्किल था।वेस्टइंडीज बोर्ड क्रिकेट को फिर से पटरी पर लाने की कोशिश कर रहा है। ऐसी उम्मीद की जा रही है कि कैरेबियाई टीम इंग्लैंड का दौरा करेगी।