गौ आधारित कृषि ही हमारा आने वाला कल : पदम जैन

Updated on 19-12-2024 02:30 PM
रायपुर। महात्मा गांधी ग्रामीण औद्योगीकरण संस्थान (एमगिरी) वर्धा के जैव प्रसंस्करण एवं जड़ी-बूटी विभाग द्वारा 17 से 18 दिसंबर को "पंचगव्य आधारित उत्पादों का विपणनः चुनौतियां, समाधान एवं अवसर’ विषय पर राष्ट्रीय परामर्श कार्यशाला और विचार-मंथन सत्र आयोजित किया गया। यहां छत्तीसगढ़ से पहली बार किसी ने प्रशिक्षण दिया।

इस कार्यशाला में आमंत्रित मनोहर गौशाला के ट्रस्ट्री डॉ. अखिल जैन (पदम डाकलिया) ने पहले दिन मंगलवार को 15 मिनट का गौ आधारित कृषि पर व्याख्यान दिया। कार्यक्रम में डॉ. जैन ने कहा कि गौ आधारित कृषि ही हमारा आने वाला कल और आने वाला पल है, जिसे सुरक्षित करने की जरूतर है। उन्होंने देशभर से आए सभी गौ प्रेमियों और किसानों से खेती में गोबर एवं गौ मूत्र का सर्वोपरि उपयोग करने की अपील की, ताकि धरती को जहरमुक्त किया जा सके। उन्होंने वहां मौजूद लोगो से इस अभियान में जुड़कर इसे सार्थक करने करने का सहयोग मांगा।

कार्यक्रम में मौजूद उत्तरप्रदेश गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष श्याम बिहारी गुप्त ने डॉ. जैन को उत्तरप्रदेश आकर वहां के गौ पालकों को प्रशिक्षण देने का निमंत्रण दिया, जिसे उन्होंने स्वीकार किया। कार्यक्रम में अखिल जैन का सम्मान किया गया। इस अवसर पर महाराष्ट्र गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष शेखर मूंदड़ा, एमगिरी के निदेशक डॉ. आशुतोष मुरकुटे, जीव जंतु कल्याण बोर्ड के निदेशक सुनील मानसिंह सहित देश के वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक, गौशाला के प्रतिनिधि मौजूद रहे।

1934 में हुई थी एमगिरी की स्थापना
बता दें कि महात्मा गांधी ने अखिल भारतीय ग्रामोद्योग संघ की स्थापना 14 दिसंबर 1934 को महिला आश्रम, वर्धा के ऊपरी कक्ष में की थी। बापू की इच्छानुसार इस आंदोलन का नेतृत्व करने के लिए कांग्रेस द्वारा “स्थायित्व की अर्थव्यवस्था” के सिद्धांत के लिए प्रख्यात डॉ. जोसेफ कार्नेलियस कुमारप्पा का चयन किया गया। इस संगठन के प्रथम अध्यक्ष कृष्णदास जाजू बने। अखिल भारतीय ग्रामोद्योग संघ का एक बोर्ड ( संचालक मंडल) था, जिसमें डॉ. सीवी रमण एवं डॉ. जेसी बोस जैसे विख्यात वैज्ञानिक तथा समाज एवं उद्योग से जुड़ी हुई जानी-मानी हस्तियाँ, जिनमें रवींद्रनाथ टैगोर, जीडी बिरला, एमए अंसारी और सतीशचंद्र दासगुप्ता के साथ अन्य 18 सलाहकार थे। सन् 1936 में गांधीजी ने ‘वर्धा हाट’ का भी शुभारंभ किया ताकि ग्रामोद्योगों उत्पादों के उत्पादकों को बाज़ार मिल सके। गांधीजी के देहावसान के पश्चात 1949 से 1951 तक इस संस्था के अध्यक्ष डॉ. कुमारप्पा एवं सचिव डॉ. जी. रामचंद्रन रहे।


Advt.

अन्य महत्वपुर्ण खबरें

 25 December 2024
रायपुर। शासकीय छत्तीसगढ़ महाविद्यालय में राष्ट्रीय प्रत्यायन एवं मूल्यांकन समिति (नैक) द्वारा महाविद्यालय का मूल्यांकन किया गया। मूल्यांकन में समिति ने महाविद्यालय के सभी पहलुओं का मूल्यांकन करने के पश्चात शासकीय…
 25 December 2024
जशपुर। जिले के जनपद पंचायत कार्यालय के कैंपस के पीछे नरेगा कार्यालय के बगल में शराब के बोतलों का जखीरा पड़ा मिला है। इस कैंपस में ही एक वरिष्ठ कृषि अधिकारी…
 25 December 2024
बलौदा बाजार । छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार जिले में अवैध शराब बिक्री की समस्या गंभीर रूप लेती जा रही है। गांव-गांव में हो रहे इस अवैध कारोबार से महिलाएं और युवा सबसे…
 25 December 2024
अम्बिकापुर। अंबिकापुर में वन विभाग ने बड़ी कार्रवाई की है। वन और पुलिस टीम ने 56 नग साल चिरान लकड़ी लोड पिकअप को पकड़ा है।इस दौरान आरोपियों के पास से साल…
 25 December 2024
रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय 25 दिसंबर को सुशासन दिवस के अवसर पर राजधानी रायपुर और जशपुर जिले में आयोजित अनेक कार्यक्रमों में शामिल होंगे।मुख्यमंत्री श्री साय निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार…
 25 December 2024
रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आज मुख्यमंत्री निवास में पूर्व प्रधानमंत्री भारतरत्न स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती के अवसर पर उनके छायाचित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें नमन किया।…
 25 December 2024
रायगढ़। श्रम मंत्री लखन लाल देवांगन ने आज वचुर्अल माध्यम से श्रम विभाग अंतर्गत संचालित शहीद वीर नारायण सिंह श्रम अन्न केंद्र का शुभारंभ जिंदल पॉवर लिमिटेड तमनार के बाह्य परिसर…
 25 December 2024
रायगढ़ । छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा किसानों के हित के लिए कृषक उन्नति योजना का शुभारंभ किया गया है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की महत्वपूर्ण कृषक उन्नति योजना से किसानों को मेहनत का…