नई दिल्ली । वैश्विक महामारी का स्वरूप धारण कर चुके कोरोना वायरस का संक्रमण भारत में बढ़कर 82,085 पर पहुंच गया है। इनमें से 27,686 मरीज इलाज के बाद अब पूरी तरह स्वस्थ हो चुके हैं। 2,646 मरीजों की जान जा चुकी है। गुरुवार को देश में कोरोना के 99 मरीजों की मौत हुई। देश में 30 जनवरी को कोरोना का पहला मामला सामने आया। उसके बाद 20 हजार पहुंचने में 82 दिन लगे थे लेकिन पिछले 5 दिनों में ही 20 हजार से ज्यादा नए केस सामने आ चुके हैं। भारत में कोरोना संक्रमण के मामलों को 1 से 20 हजार पहुंचने में 82 दिन लगे थे। 20 से 40 हजार पहुंचने में 12 दिन लगे। लेकिन इसके बाद कोरोना की रफ्तार बहुत तेज हो गई। 40 से 60 हजार पहुंचने में सिर्फ 6 दिन लगे। उसके बाद तो महज 5 दिनों में ही आंकड़ा 60 हजार से बढ़कर 80 हजार को पार कर गया। देश में कोरोना वायरस किस कदर फैल रहा है, इसका अंदाजा इसी से लगा सकते हैं कि गुरुवार को 3995 नए केस सामने आए। यह किसी एक दिन में देश में कोरोना के मामलों की दूसरी सबसे बड़ी उछाल है। पिछले कुछ दिनों से तो कोरोना के मामले बहुत ही तेजी से बढ़ रहे हैं। लगातार 5वें दिन कोरोना वायरस संक्रमण के 3500 से ज्यादा नए केस सामने आए हैं। सबसे बुरा हाल महाराष्ट्र का है।
कोरोना वायरस महाराष्ट्र पर कहर बनकर टूटा है। गुरुवार को सूबे में कोरोना के 1602 नए केस सामने आए, यह सूबे में एक दिन में नए मामलों का दूसरा सबसे बड़ा आंकड़ा है। इसके साथ ही यहां कोरोना के कुल मामले बढ़कर 27,524 हो गए हैं। महाराष्ट्र में लगातार नौवें दिन एक हजार से ज्यादा नए केस सामने आए हैं। इतना ही नहीं अब सूबे में मरने वालों की संख्या हजार को पार करते हुए 1,019 पहुंच चुकी है। महाराष्ट्र में पहली मौत के 57 दिनों के भीतर ही इसका आंकड़ा हजार को पार कर चुका है। सूबे में कोरोना से हुई कुल मौतों में 55 प्रतिशत तो सिर्फ मई के शुरुआती 14 दिनों में हुई हैं। महाराष्ट्र में सबसे बुरी स्थिति तो राजधानी मुंबई की है। देश की आर्थिक राजधानी कही जाने वाली मुंबई का हाल सबसे बुरा है। गुरुवार को यहां 991 नए मामले सामने आए जो शहर में किसी एक दिन में कोरोना के मामलों में सबसे बड़ी उछाल है। अब शहर में कोरोना संक्रमण के कुल मामले 16,738 हो चुके हैं। 25 नई मौतों के साथ अब यहां कोरोना से मरने वालों की संख्या बढ़कर 621 पहुंच गई है।
इस बीच तमिलनाडु में संक्रमण बहुत तेजी से फैला है। गुरुवार को यहां 447 नए केस सामने आए। इसके साथ ही तमिलनाडु में कुल केस 9,674 हो चुके हैं। अब गुजरात को पीछे छोड़ यह महाराष्ट्र के बाद दूसरा सबसे बुरी तरह प्रभावित राज्य बन गया है। हालांकि पिछले कुछ दिनों से तमिलनाडु में 500 से ज्यादा मामले आ रहे थे लेकिन गुरुवार को यह आंकड़ा गिरा। गुजरात में गुरुवार को 324 और दिल्ली में 472 नए मामले जुड़े हैं। गुरुवार को गुजरात में कोरोना के 324 नए मामले सामने आए। इसके साथ ही अब राज्य में कोरोना संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 9,592 हो चुके हैं। सूबे में सबसे बुरा हाल अहमदाबाद का है जहां गुरुवार तक 6,910 नए मामले सामने आ चुके थे। शहर के एक चौथाई हिस्से में ही 57 प्रतिशत से ज्यादा नए केस हैं।
कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच कुछ अच्छे संकेत भी हैं। देश में अब कोरोना का डबलिंग टाइम यानी मामलों के दोगुना होने में लगने वाला वक्त बढ़कर करीब 14 दिन हो चुका है। एक और अच्छी बात यह है कि गुरुवार को 14 राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों में कोरोना के एक भी नए मामले सामने नहीं आए। रिकवरी रेट यानी ठीक होने वाले मरीजों की दर भी लगातार सुधर रही है। बुधवार को जहां रिकवरी रेट 32.83 प्रतिशत था, यह गुरुवार को सुधरकर 33.6 प्रतिशत हो गया। यानी एक तिहाई से भी ज्यादा मरीज ठीक हो चुके हैं।