उन्होंने वहां मौजूद प्रेस क्लब पदाधिकारी-महिला पत्रकारों से भी अभद्रता की। बार-बार रोके जाने के कारण कांग्रेसियों में इस कदर गुस्सा था कि उन्हें यह सब पसंद नहीं आया और गाली-गलौज मारपीट करने से भी कोई गुरेज नहीं की। यहां तक कि महिला पत्रकारों पर भी हाथ छोड़ने में यह लोग पीछे नहीं रहे। इस दौरान वहां मौजूद कुछ पुलिसकर्मी अचानक हुए इस घटनाक्रम से वह भी सकते में आ गए और उन्होंने वह मुश्किल कांग्रेसियों को वहां से धकेल कर पीछे किया।
मंडी समिति के पूर्व अध्यक्ष एवं पूर्व राज्य मंत्री रविंद्र सिंह आनंद ने पत्रकारों पर हमले की घटना को अलोकतांत्रिक करार दिया। उन्होंने कहा, इस प्रकार की घटना कतई स्वीकार्य नहीं है। उन्होंने पुलिस प्रशासन और एलआईयू को भी कटघरे में खड़ा किया।
कोई आहत हुआ है तो मुझे बड़ा दुख है। विपक्ष और पत्रकारों के बीच सामंजस्य बेहद जरूरी है। यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना नहीं होनी चाहिए थी। पुलिस को हमें अन्यत्र बैठाना चाहिए। वहीं उत्तरांचल प्रेस क्लब अध्यक्ष अजय राणा ने इस घटनाक्रम पर आज आपात बैठक बुलाई है। बैठक में पत्रकारोंं के साथ हुए इस घटना को लेकर आगे की रणनीति तय की जाएगी।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष त्याग पत्र दें
एसपी सिटी प्रमोद कुमार ने घटनाक्रम को लेकर शांति बनाये रखने की अपील की। इस मामले में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने इस घटना को लोकतंत्र पर हमला बताया। उन्होंने कहा कि केदारनाथ में हार के बाद कांग्रेस को हर व्यक्ति अपना विरोधी लगने लगा है। लोकतंत्र के चौथे स्तंभ को भी वे प्रताड़ित करने का काम कर रहे हैं। कहा कि, मैं नैतिकता के आधार पर कांगेस प्रदेश अध्यक्ष से त्याग पत्र की मांग करता हूं। चौथे स्तंभ पर जिस इस प्रकार के कृत्य करने का किसी को भी हक नहीं है। चौथे स्तंभ पर हमला किया जाना लोकतंत्र के लए भी घातक है।पुलिस और एलआईयू पर भी सवाल
कांग्रेस के इस कृत्य पर भाजपा प्रवक्ता मनवीर चौहान ने कहा है कि कांग्रेस नेताओं ने पत्रकारों के साथ जो अभद्रता की है वह बेहद निंदनीय है। संविधान की दुहाई देने वालों का लोकतंत्र के चौथे सितंबर हमला निराशाजनक है। उन्होंने कहा कि खेल कार्यक्रम के दौरान इस तरह का हंगामा और अभिनेता करना दुर्भाग्यपूर्ण है। लगातार मिल रही असफलताओं से निराश और हताश कांग्रेस हर वर्ग को अपना विरोधी मान रही है।मंडी समिति के पूर्व अध्यक्ष एवं पूर्व राज्य मंत्री रविंद्र सिंह आनंद ने पत्रकारों पर हमले की घटना को अलोकतांत्रिक करार दिया। उन्होंने कहा, इस प्रकार की घटना कतई स्वीकार्य नहीं है। उन्होंने पुलिस प्रशासन और एलआईयू को भी कटघरे में खड़ा किया।
उत्तरांचल प्रेस क्लब में आपात बैठक बुलाई
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने इस पूरी घटना के लिए ठीकरा पुलिस प्रशासन के सर फोड़ा है। उनका कहना है कि हमेशा की तरह प्रदर्शन के बाद पुलिस उन सबको गिरफ्तार कर पुलिस लाइन ले गई थी। हमें पता नहीं था कि वहां पत्रकारों का कोई कार्यक्रम चल रहा है। उन्हें लगा कि हम वहां उनका विरोध करने के लिए आए हैं। गलतफहमी यह घटनाक्रम हुआ है, जिसके लिए मैं खेद प्रकट करता हूं।कोई आहत हुआ है तो मुझे बड़ा दुख है। विपक्ष और पत्रकारों के बीच सामंजस्य बेहद जरूरी है। यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना नहीं होनी चाहिए थी। पुलिस को हमें अन्यत्र बैठाना चाहिए। वहीं उत्तरांचल प्रेस क्लब अध्यक्ष अजय राणा ने इस घटनाक्रम पर आज आपात बैठक बुलाई है। बैठक में पत्रकारोंं के साथ हुए इस घटना को लेकर आगे की रणनीति तय की जाएगी।