कांग्रेस पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने जताया विरोध
भोपाल। मुरैना जिले में पांच सीटों पर उप चुनाव होना है। इनमें से चार सीटों के कांग्रेस विधायकों ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। वहीं जौरा में विधायक बनवारीलाल शर्मा के निधन की वजह से उपचुनाव होना है। इन पांचों विधानसभा सीटों में जौरा विधानसभा सीट ऐसी है जिस पर कांग्रेस से बाहर के लोग टिकट की मांग कर रहे हैं। प्रदेश में सत्ता बदलने के पहले से ही उन्होंने इस सीट पर प्रचार करना शुरू कर दिया था। अब सत्ता बदलने के बाद भी वे टिकट लेने के प्रयास में हैं। वहीं अब टिकट के दावेदारों के खिलाफ कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारियों ने ही विरोध करना शुरू कर दिया है। उनका कहना है कि कांग्रेस में बाहर के किसी भी प्रत्याशी को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि जौरा विधायक बनवारीलाल शर्मा के निधन के बाद स्थानीय नेताओं के साथ-साथ बाहर के नेताओं ने दावेदारी शुरू कर दी थी। इनमें प्रमुख नाम जिले के तत्कालीन प्रभारी मंत्री लाखन सिंह यादव के भतीजे संजय यादव भी थे। संजय यादव ने लोकसभा से भी जिले से टिकट की मांग की थी। इसके अलावा जिले के बाहर के अन्य कांग्रेस के नेता भी जौरा से टिकट की दावेदारी कर रहे हैं।
विज्ञप्ति जारी कर विरोध
जिला कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष मदनमोहन भारद्वाज ने प्रेस को जारी विज्ञप्ति में कहा कि जौरा विधानसभा में कई कांग्रेस कार्यकर्ता व नेता ऐसे हैं, जो न केवल चुनाव लड़ सकते हैं, बल्कि जीत भी दर्ज कर सकते हैं। ऐसे में यदि बाहर के लोग यहां आकर चुनाव लड़ेंगे तो उन्हें बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। भारद्वाज का कहना है कि कई कांग्रेस नेता ऐसे हैं, जिन्होंने कांग्रेस के लिए अपना पूरा जीवन लगा दिया। ऐसे में यदि उनकी उपेक्षा करके बाहर के प्रत्याशी को संगठन टिकट देता है तो स्थानीय नेताओं व कार्यकर्ताओं की उपेक्षा होगी। ग्वालियर-इंदौर के कई नेता टिकट के लिए दावेदारी कर रहे हैं। यदि इनमें से किसी को टिकट मिलता तो कांग्रेस कार्यकर्ता किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं करेंगे। इस संबंध में प्रदेश संगठन व केंद्रीय संगठन के नेताओं को पत्र भेजा है।
बाहरी लड़े थे चुनाव, मिली थी हार
जौरा विधानसभा सीट से अभी तक भाजपा ने ही बाहरी प्रत्याशी उतारे हैं, लेकिन इनमें से किसी को भी सफलता नहीं मिली। इनमें भाजपा के पितृपुरुष माने जाने वाले जाहर सिंह कक्का, नागेंद्र तिवारी व महेश मिश्रा को उतारा था।