CJI चंद्रचूड़ ने की जीन थेरेपी की वाकलत, कहा-दुर्लभ बीमारियों के बारे में जागरुक करने की जरूरत

Updated on 22-09-2024 12:14 PM
नई दिल्ली: भारत के मुख्य न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ ने सोमवार को आनुवंशिक विकारों को ठीक करने में मदद करने वाली जीन थेरेपी को जरूरी बताया। सीजेआई ने कहा कि समाज में हमें दुर्लभ बीमारियों के बारे में जागरुक करने की जरूरत है। आनुवंशिक विकारों को लेकर हम शांत नहीं रह सकते। मुख्य न्यायाधीश ने लगभग हजारों माता-पिता की बात की, जो अपने बच्चों को एक बेहतर भविष्य प्रदान करने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। कानूनी पेशे में सीजेआई को 40 से अधिक वर्षों के अनुभव है, जिनमें से 24 हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश के रूप में थे। इस दौरान, आनुवंशिक विकार से पीड़ित अपनी गोद ली गई लड़कियों के साथ एक दशक लंबे भावनात्मक लगाव के साथ डी वाई चंद्रचूड़ ने लोगों के सामने अपनी बात रखी।

बेंगलुरु में 'जीन थेरेपी और प्रेसिजन मेडिसिन सम्मेलन' में उद्घाटन भाषण देते हुए, मुख्य न्यायाधीश चंद्रचूड़ ने कहा कि दुर्लभ बीमारियों का इलाज करने की खोज व्यर्थ है यदि इन उपचारों तक पहुंच एक चुनौती बनी रहती है, विशेषकर प्रमुख शहरी केंद्रों के बाहर। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य प्रणाली के बाहर के कारक जैसे वर्ग, जाति, लिंग और क्षेत्रीय स्थान अक्सर किसी व्यक्ति की स्वास्थ्य स्थिति निर्धारित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि आवश्यक उपचारों तक पहुंच जीवन के अधिकार के तहत गारंटीकृत स्वास्थ्य के अधिकार का हिस्सा है।"

'भारत में जीन थैरेपी का उपचार सबके बस की बात नहीं'

सीजेआई चंद्रचूड़ ने आगे कहा कि जीन थेरेपी तक सार्वभौमिक पहुंच(Universal Access) में बाधा डालने का मूल कारण इसकी अत्यधिक लागत है। पश्चिम में जीन थेरेपी प्रति उपचार 7 से 30 करोड़ रुपये के बीच है, जो भारत में अधिकांश लोगों के लिए अफोर्डेबल नहीं है। नतीजतन, कई परिवार इस महत्वपूर्ण उपचार तक पहुंचने के लिए क्राउडफंडिंग का सहारा लेते हैं। ऐसे उपचारों के लिए 50 लाख रुपये तक बीमा कवर प्रदान करने के लिए सरकार के प्रयासों की सराहना करते हुए, मुख्य न्यायाधीश ने कहा कि स्थिति का प्रभावी समाधान केवल हमारी रोगी आबादी के लिए तैयार की गई स्वदेशी तकनीकों के विकास के माध्यम से ही किया जा सकता है।

उद्योग भागीदारी क्यों जरूरी

मुख्य न्यायाधीश ने कहा कि आनुवंशिक विकारों के बारे में सामाजिक जागरूकता ऐसे रोगियों के लिए सामाजिक-सांस्कृतिक समर्थन आधार के लिए आवश्यक है। लागत-प्रभावी जीन थेरेपी विकसित करने के लिए, उन्होंने कहा कि उद्योग को कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (CSR) पहल या स्टार्टअप्स में प्रत्यक्ष निवेश के माध्यम से अपना समर्थन बढ़ाना चाहिए। अधिक उद्योग भागीदारी को प्रोत्साहित करने के लिए, कर प्रोत्साहन और लाभों के प्रस्ताव होने चाहिए, विशेषकर चूंकि दुर्लभ रोग उपचारों का बाजार अपेक्षाकृत छोटा है।

अंत में, उन्होंने कहा कि आनुवंशिक चिकित्सा क्लिनिकल ट्रायल्स के लिए, किसी व्यक्ति के इस तरह के उपचार से गुजरने का निर्णय लेने के मौलिक अधिकार को नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए। यह महत्वपूर्ण है कि रोगियों को संभावित परिणामों, जोखिमों और विकल्पों के बारे में पूरी तरह से जानकारी दी जाए। उन्हें बिना जबरदस्ती के अपने स्वास्थ्य के बारे में निर्णय लेने की स्वतंत्रता होनी चाहिए, यह सुनिश्चित करते हुए कि उनके स्वायत्तता का हमेशा सम्मान किया जाए।
Advt.

अन्य महत्वपुर्ण खबरें

 11 January 2025
पंजाब-हरियाणा के खनौरी बॉर्डर पर किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल के आमरण अनशन का आज 47वां दिन है। गुरुवार को हुए उनकी टेस्ट की रिपोर्ट अभी तक नहीं आई है।…
 11 January 2025
दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा आज अपने बचे हुए 41 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर सकती है। इसको लेकर शुक्रवार को पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के घर…
 11 January 2025
प्रयागराज महाकुंभ में संन्यास लेने वाली 13 साल की लड़की का संन्यास 6 दिन में ही वापस हो गया। दीक्षा दिलाने वाले महंत कौशल गिरि को जूना अखाड़े से 7…
 11 January 2025
असम के दीमा हसाओ जिले में 300 फीट गहरी कोयला खदान से शनिवार को एक और मजदूर लिजान मगर का शव पानी पर तैरता हुआ मिला। मजदूर की पहचान 27…
 11 January 2025
कोरोना वायरस जैसे ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) के देश में कुल 15 मामले हो गए हैं। शनिवार को असम में पहला केस सामने आया। यहां 10 महीने का बच्चा पॉजिटिव है।बच्चे…
 10 January 2025
पंजाब के अमृतसर में एक और पुलिस चौकी धमाके की आवाज से दहल गई। यह धमाके की आवाज गुरुवार रात करीब 8 बजे सुनाई दी। पुलिस ने बयान जारी कर…
 10 January 2025
हिमाचल प्रदेश के औद्योगिक क्षेत्र बद्दी में आज सुबह एक उद्योग में भीषण आग लग गई है। फॉर्मा उद्योग में जब आग लगी तो नाइट शिफ्ट के लगभग 35 कर्मचारी…
 10 January 2025
सुप्रीम कोर्ट में गुरुवार को सेम सेक्स मैरिज को मान्यता देने के लिए लगाई गई पुनर्विचार याचिकाओं पर सुनवाई हुई। कोर्ट ने इन याचिकाओं को खारिज कर दिया। 17 अक्टूबर…