बीजिंग । चीन ने पाकिस्तान में बीते सप्ताह बस में हुए बम धमाके के बाद घटना की जांच के लिए एक टीम भेजी है।धमाके में बस में सवार 13 लोगों की मौत हो गई थी,इसमें चीन के 9 इंजीनियर भी शामिल थे। भले ही पाकिस्तान की ओर से धमाके को घटना या फिर गैस लीक बताया जा रहा है, लेकिन चीन ने इसे सीधे तौर पर 'आतंकी हमला' करार दिया है। बस में चीन के 40 इंजीनियर, सर्वेयर और मकेनिकल स्टाफ शामिल थे। ये सभी लोग पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में चाइना पाकिस्तान कॉरिडोर के तहत बन रहे एक डैम का काम देख रहे थे।
घटना में 28 लोग जख्मी भी हुए थे। बीते सप्ताह घटना के बाद चीन ने पाकिस्तान से मामले की गहनता से जांच कर दोषियों को सजा देने की अपील की थी। लेकिन अगले ही दिन से चीन ने घटना को आतंकी हमला बताकर कहा कि इसकी कड़ी जांच होनी चाहिए। यही नहीं बाद में शनिवार को चीन ने अपनी ओर से टीम भेजने का भी ऐलान कर दिया। चीन के पब्लिक सिक्योरिटी मंत्री ने कहा कि सत्य का पता लगाने के लिए चीन और पाकिस्तान मिलकर काम करने वाले है। उन्होंने कहा कि बीजिंग की ओर से क्रिमिनल इन्वेस्टिगेशन करने वाले टेक्निकल एक्सपर्ट्स को पाकिस्तान भेजा है ताकि वे वहां के स्थानीय जांचकर्ताओं की मदद कर सकें।
वहीं चीन की ओर से पाकिस्तान को नसीहत देकर कहा कि वे अपने देश में चीनी नागरिकों की पूरी सुरक्षा करे। भले ही चीन की ओर से पाकिस्तान को सदाबहार दोस्त कहा जाता रहा है, लेकिन अपने ही नागरिकों की मौत के बाद से रिश्तों में तनाव साफ दिखा है। खुद चीन की ओर से जांचकर्ता भेजे जाने से साफ है कि उसे पाकिस्तानी एजेंसियों पर भरोसा नहीं रहा है और वह खुद को ही बॉस मानता है। चीन की ओर से पाकिस्तान जांच टीम भेजना उसकी संप्रभुता के भी खिलाफ माना जा रहा है।