वाशिंगटन। घातक वायरस कोरोना के प्रसार के लिए अमेरिका द्वारा चीन को जिम्मेदार ठहराने के आरोप को चीन ने सिरे से खारिज करते कहा कि वह किसी भी ‘अनुचित मुकदमे’ को स्वीकार नहीं करेगा और न ही कोरोना वायरस महामारी से निपटने को लेकर अमेरिका के मुआवजे की मांग को ही मानेगा। चीन ने चेतावनी दी कि अगर अमेरिका घातक वायरस के प्रसार के लिए चीन को दोषी ठहराते हुए कोई कानून पारित करता है या कानूनी मुकदमा करता है तो जवाबी कार्रवाई की जाएगी। चीन की संसद के प्रवक्ता झांग येसुई ने शुक्रवार के वार्षिक सत्र से पहले मीडिया ब्रीफिंग में कहा कि ये आरोप पूरी तरह से निराधार हैं और अंतरराष्ट्रीय कानून और बुनियादी मानदंडों के खिलाफ हैं।
उन्होंने कहा- ‘अपनी समस्याओं से ध्यान हटाने के लिए दूसरों को दोषी ठहराने की कोशिश करना कोई जिम्मेदारी वाली बात नहीं है और न ही ये नैतिकता है। हम चीन के लिए अनुचित मुकदमे या मुआवजे की मांग को स्वीकार नहीं करेंगे।’ झांग ने कहा कि कोविड-19 की शुरुआत के बाद से ही इस बीमारी पर नियंत्रण पाने के लिए चीन ने एक बेहद मुश्किल लड़ाई लड़ी और बहुत कुछ खोया है।
झांग ने कहा कि हालिया रिपोर्ट बताती हैं कि कोविड-19 दुनिया के विभिन्न हिस्सों में उत्पन्न हुआ और शुरुआती मामले पकड़ में आए और उसके बाद बीमारी समय के साथ फैलती गई। झांग ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की कोविड-19 के बाद वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला को चीन से दूर रखने की धमकी को यह कहते हुए खारिज कर दिया कि यह सिर्फ एक देश के द्वारा नहीं किया जा सकता। वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला दुनिया भर के व्यवसायों के व्यवहार और विकल्पों पर निर्भर करती है।