वाशिंगटन । अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा चीन, पाकिस्तान, रूस और ईरान यह समझ नहीं पा रहे हैं कि तालिबान के साथ उन्हें किस दिशा में आगे बढ़ना चाहिए। तालिबान के अपनी अंतरिम सरकार के ब्योरे की घोषणा के बाद बाइडन ने कहा कि तालिबान के साथ चीन सहज नहीं है।
बाइडन ने कहा चीन को तालिबान के साथ समस्या है। मुझे यकीन है कि वे तालिबान के साथ कुछ हल निकालने की कोशिश कर रहे हैं। ऐसा ही पाकिस्तान, रूस, ईरान भी कर रहे हैं। तालिबान द्वारा काबुल में अपनी नई अंतरिम सरकार के गठन की घोषणा पर एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा चीन, पाकिस्तान, रूस और ईरान समझ नहीं पा रहे हैं कि इस स्थिति में वे क्या करें। बाइडेन ने कहा यह देखना दिलचस्प होगा कि वे आगे किस दिशा में आगे बढ़ते हैं।
इस बीच, संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की राजदूत रह चुकीं निक्की हेली ने एक ऑनलाइन याचिका शुरू की जिसमें अमेरिका की सरकार से अफगानिस्तान की तालिबान सरकार को मान्यता नहीं देने का अनुरोध किया गया है। हेली ने कहा, यह कहना जरूरी है कि इस प्रशासन के तहत अमेरिका को तालिबान को अफगानिस्तान की वैध सरकार के रूप में मान्यता नहीं देनी चाहिए। एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा कि तालिबान के नियंत्रण में अफगानिस्तान का नया गृहमंत्री एफबीआई की वांछित सूची में शामिल एक आतंकवादी है। गौरतलब है कि तालिबान ने मुल्ला मोहम्मद हसन अखुंद के नेतृत्व वाली एक अंतरिम सरकार की घोषणा की, जिसमें प्रमुख पदों पर विद्रोही समूह के कई कट्टर सदस्यों को नियुक्त किया जाना है। इसमें गृहमंत्री के रूप में सिराजुद्दीन हक्कानी का नाम शामिल है, जो आतंकवादी संगठन हक्कानी नेटवर्क से संबंधित है और उसका नाम वैश्विक आतंकवादियों की सूची में शामिल है।