बीजिंग । चीन के दक्षिणी इलाके गुआंगझोऊ में एक फैक्ट्री है, जो इन अच्छे मच्छरों का उत्पादन करती है। हर हफ्ते करीब 02 करोड़ मच्छरों का उत्पादन होता है। ये मच्छर दरअसल वोलबेचिया बैक्टीरिया से संक्रमित होते हैं, इसका भी एक फायदा है। चीन में पहले सुन येत सेत यूनिवर्सिटी और मिशिगन यूनिवर्सिटी में एक रिसर्च में पता लगा कि अगर वोलबेचिया बैक्टीरिया के संक्रमित मच्छर तैयार किए जाएं तो वो बीमारी फैलाने के लिए बड़े पैमाने पर मच्छर पैदा करने वाले मादा मच्छरों को बांझ बना सकते हैं। इसी बिना पर इन मच्छरों का उत्पादन शुरू हुआ।
इन अच्छे मच्छरों को वोलबेचिया मास्किटो भी कहा जाता है। पहले इन्हें गुआंगझोऊ की फैक्ट्री में ब्रीड किया जाता है। फिर जंगलों और मच्छरों की बहुतायत वाली जगह में छोड़ दिया जाता है। फैक्ट्री में पैदा मच्छर मादा मच्छरों से मिलकर उनकी प्रजनन क्षमता खत्म कर देते हैं। फिर उस एरिया में मच्छर कम होने लगते हैं और इससे बीमारियों पर रोकथाम लगने लगती है। मच्छरों को पैदा करने वाली चीन की ये फैक्ट्री दुनिया में सबसे बड़ी अपने तरह की फैक्ट्री है। ये 3500 वर्ग मीटर में फैली हुई है। इसमें 04 बड़ी वर्कशाप हैं। हर वर्कशाप हर हफ्ते करीब 50 लाख मच्छरों का उत्पादन करती है।चीन आज से नहीं बल्कि वर्ष 2015 से ही ऐसा कर रहा है। पहले तो ये मच्छर केवल गुआंगझोऊ के लिए तैयार किए जाते थे, क्योंकि यहां हर साल डेंगू फैलता है। अब यहां मच्छरों को काफी नियंत्रित किया जा चुका है लिहाजा बीमारियां भी नियंत्रित हो चुकी हैं। अब इस फैक्ट्री से मच्छरों का उत्पादन करके उन्हे चीन के दूसरे इलाकों में भी भेजा जाने लगा है। फैक्ट्री में पैदा हुए ये मच्छर आवाज तो बहुत करते हैं लेकिन एक खास समय के बाद खत्म हो जाते हैं। इनसे किसी तरह बीमारियां फैलने का कोई खतरा भी नहीं रहता।फैक्ट्री में पैदा हुए सभी मच्छर नर होते हैं।
लैब में इन मच्छरों के जीन में बदलाव कर दिया जाता है चीन का ये प्रोजेक्ट इतना सफल रहा है कि ब्राजील में भी चीन ऐसी ही फैक्ट्री खोलने जा रहा है। चीन के इस तरीके ने अपने पहले ही ट्रायल में इसने ज़बरदस्त कामयाबी पायी। जिस इलाके में इन मच्छरों को छोड़ा गया, वहां कुछ ही समय में 96 फीसदी मच्छर कम हो गए। जिसके बाद चीन ने इसका इस्तेमाल बड़े पैमाने पर करना शुरू कर दिया। बता दें कि मच्छरों की वजह से ना जाने कितनी ही जानलेवा बीमारियां दुनियाभर में हर साल होती हैं और इससे करोड़ों लोगों की जान जाती है। इन दिनों मच्छरों के ही चलते डेंगू की बीमारी देशभर में लोगों की जान ले रही है।