लंदन । अफगानिस्तान में तालिबान के नियंत्रण के बाद ब्रिटेन के विदेश मंत्री डोमनिक राब को बचाव की मुद्रा में आ जाना पड़ा जब यह सामने आया कि अब गिर चुकी अफगान सरकार में अपने समकक्ष के साथ फोन पर उनकी बातचीत नहीं हो पाई क्योंकि तालिबान सप्ताहांत को काबुल में पहुंच चुका था। एक बयान में राब ने कहा कि सरकार अफगानिस्तान से लोगों को निकलने में मदद पहुंचाने के लिए ‘अनथक काम’ कर रही है और इस तरह उन्होंने इस क्षेत्र में संकट के प्रति अपनी कार्रवाई का बचाव करने का प्रयास किया। राब ने कहा, ‘पूरी सरकार पिछले एक सप्ताह से मदद करने का बिना रुके कार्य कर रही है तथा यथासंभव लोग अफगानिस्तान से निकाले गए हैं। ब्रिटेन सरकार की पहली प्राथमिकता काबुल हवाई अड्डे को सुरक्षित बनाना है ताकि उड़ानें वहां से रवाना हो सकें।’
पिछले कुछ दिनों से ब्रिटिश मीडिया में सुखियां बटोर रहे मिस्ड कॉल के संदर्भ में मंत्री ने कहा, ‘13 अगस्त शुक्रवार दोपहर को मेरे निजी कार्यालय के सामने (अफगान समयानुसार शाम करीब छह बजे) एक सलाह रखी गई और अफगान विदेश मंत्री को कॉल करने की सिफारिश की गई। लेकिन उसके बाद तत्काल घटनाचक्र बदलने लगा।’ उन्होंने कहा, ‘यह कॉल राज्यमंत्री को दी गई क्योंकि मैं संकट कार्रवाई की निगरानी कर रहे निदेशक एवं महानिदेशक की सीधी सलाह पर हवाई अड्डे पर सुरक्षा एवं क्षमता पर ध्यान लगा रहा था।’ उन्होंने कहा कि किसी भी हालत में अफगान विदेश मंत्री फोन उठाने के लिए सहमत थे लेकिन वह तेजी से बिगड़ती स्थिति के चलते ऐसा नहीं कर पाए। विपक्षी दल राब का इस्तीफा मांग रहे हैं क्योंकि वे एक जूनियर मंत्री को फोन कॉल करने का अधिकार देने तथा तेजी से बढ़ते संकट के बाद भी छुट्टी योजना पर आगे बढने का फैसला करने को लेकर उनकी आलोचना कर रहे हैं। उनका कहना है कि राब को इस सप्ताह के प्रारंभ में मजबूरी में काम पर लौटना पड़ा।